अपने आवास की सुरक्षा व्यवस्था में कटौती किए जाने पर पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक पत्र लिख कर अपनी और अपने दोनों बेटों की सुरक्षा में तैनात जवानों को बुधवार को लौटाते हुए कहा कि उनके परिवार के सदस्यों के साथ होने वाली किसी भी अप्रिय घटना के लिए वह जिम्मेदार होंगे. गौरतलब है कि आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद के रेल मंत्रित्व काल के होटल टेंडर मामले को लेकर सीबीआई ने मंगलवार को पटना के 10 सर्कुलर स्थित आवास पर राबड़ी और उनके बेटे तेजस्वी यादव से दिन में पूछताछ की थी. साथ ही, राज्य सरकार ने बुधवार रात राबड़ी के आवास पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों को वापस बुला लिया था.
सीएम ने सरकारी आवास ख़ाली करने का नोटिस जारी कराया : तेजस्वी
वहीं, तेजस्वी ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने उन्हें बिहार विधानसभा में विपक्षी नेता के नाते कैबिनेट मंत्री के समान प्राप्त अधिकारों को ईर्ष्यावश दरकिनार करते हुए सरकारी आवास ख़ाली करने का नोटिस जारी कराया और उनके परिवार की सुरक्षा कटौती के लिए दूत भेजा. उन्होंने कहा कि उनकी मां राबड़ी देवी को पूर्व मुख्यमंत्री की हैसियत से प्राप्त सुरक्षा, उनके (तेजस्वी के) भाई (तेजप्रताप) को विधायक के नाते और उन्हें विपक्षी नेता के नाते प्राप्त सुरक्षा वे लोग मुख्यमंत्री को वापस सौंप रहे हैं. राबड़ी के सरकारी आवास पर सुरक्षा व्यवस्था के तहत बीएमपी – 2 के कमांडो की प्रतिनियुक्ति 2005 में की गई थी.
राबड़ी ने कहा कि उनके पति एवं पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद जब 23 दिसंबर 2017 को जेल गए थे, तब सरकार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उनके साथ प्रतिनियुक्त सभी सुरक्षाकर्मियों को वापस ले लिया था और जो शेष बचे थे, वे या तो उनकी सुरक्षा में थे या पूर्व मुख्यमंत्री के आवास की सुरक्षा के लिए प्रतिनियुक्त थे. उन्होंने कहा कि जिस तरह से मंगलवार रात 12 बजे बीएमपी 2 के प्रतिनियुक्त जवानों को आनन फानन में वापस ले लिया गया, उससे उनके आवास और उनकी तथा उनके परिवार की सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है.
फिर दिखावे मात्र के लिए सुरक्षाकर्मी क्यों रहेंगे : राबड़ी
राबडी ने कहा कि फिर दिखावे मात्र के लिए सुरक्षाकर्मी क्यों रहेंगे. इसलिए उन्होंने शेष प्रतिनियुक्त सुरक्षाकर्मी व गाडियों को अविलंब सरकार को वापस करने का फैसला किया. राबडी ने कहा, ‘‘मेरे एवं मेरे परिवार के साथ यदि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना होती है, तो उसकी जिम्मेवारी गृह विभाग एवं गृह विभाग के मंत्री (मुख्यमंत्री नीतीशी कुमार) की होगी.’’ बाद में पत्रकारों से बातचीत के दौरान राबडी ने नीतीश और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी पर उनके परिवार को खत्म करने की साजिश करने का आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी एवं उनके परिवार की सुरक्षा अब बिहार की जनता एवं कार्यकर्ता करेंगे . इस बीच, बिहार विधान परिषद में आरजेडी सदस्य सुबोध कुमार ने बुधवार को प्रदेश के पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखकर अपनी सुरक्षा में तैनात तीन जवानों को वापस लौटा दिया है.
हालांकि एडीजी पुलिस (HQ) एस.के. सिंगल ने कहा कि राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव और तेज प्रताप की सुरक्षा से एक भी शख्स को नहीं हटाया गया है. उन्हें जैसी सुरक्षा पहले दी गई थी उनकी वैसी ही सुरक्षा कायम है. मुझे नहीं लगता कि किसी को कई शिकायत होनी चाहिए.