दिल्ली से सटे गुड़गांव में मंगलवार की रात दो जुड़वा बहनों की कार में दम घुटनें से मौत हो गई। घटना पटौदी इलाके के गांव जमालपुर की है। बुधवार को दोनों बच्चियों का अंतिम संस्कार कराया गया। जमालपुर के निवासी सुखबीर ने बताया कि यहां गोविंद सिंह की जुड़वां बेटियां 5 साल की हर्षा व हर्षिता मंगलवार को खेल-खेल में घर में खड़ी एलेंट्रा कार में जाकर बैठ गई। इसके बाद कार का दरवाजा बंद कर लिया।
थोड़े देर बाद ही उन्हें कार में ऑक्सीजन की कमी होने लगी। दोनों बहनों ने कार का दरवाजा खोलने की काफी कोशिश की लेकिन उनसे दरवाजा नहीं खुला। जब तक घर वाले उन्हें ढूंढकर कार तक पहुंचते, तब तक बच्चियां बेहोश हो गई थी।
आनन-फानन में घरवालों ने बच्चियों को अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन कुछ देर बाद ही डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मृत बच्चियों के परिजनों ने बताया कि काफी समय से कार के दरवाजे का लीवर खराब था। यह बाहर से तो आसानी से खुल जाता है, लेकिन अंदर से खुलने में परेशानी आती है। बच्चियों ने इसे बंद तो कर लिया, लेकिन वे इसे खोल ना सकीं।
उन्होंने बताया कि दोनों बच्चियां छुट्टी बिताने के लिए अपने दादा-दादी के पास आई हुई थीं। गोविंद को बुधवार को ही मेरठ जाना था, लेकिन मंगलवार को ही यह घटना हो गई। इस घटना को लेकर पूरा परिवार सदमें में है। ग्रामीणों ने बताया कि बच्चियों के पिता गोविंद भारतीय सेना में हैं। वह मेरठ तोपखाने में तैनात हैं। वहीं बच्चियां मेरठ स्थित केंद्रीय विद्यालय में फर्स्ट क्लास में पढ़ती थीं। दोनों बहनें मेधावी भी थी। वो पढ़ने में काफी होशियार थीं, एक बार सुनने के बाद उसे तुरंत याद कर लेती थी।