दिल्ली में भैंस ले जा रहे छह लोगों की पिटाई का मामला सामने आया है। यह घटना दिल्ली के बाबा हरिदास नगर इलाके की है। वे लोग भैंस के बछड़ों को एक जगह से दूसरी जगह लेकर जा रहे थे। हमला करने वालों के बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं मिली है। लेकिन उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। दिल्ली में पहले भी ऐसा मामला सामने आया था। जब कुछ लोग 14 भैंसों को लेकर जा रहे थे। तब कुछ लोगों ने उनकी पिटाई कर दी थी। लोगों का कहना था कि वे मेनका गांधी के नेतृत्व वाले पशु अधिकार समूह पीपुल फॉर एनिमल्स (पीएफए) के सदस्य हैं। हालांकि संगठन ने उनके खुद से जुड़े होने से इंकार किया था।’
देश में भीड़ द्वारा अबतक कई लोगों को अपना शिकार बनाया जा चुका है, इनमें से किसी को बीफ खाने की अफवाह को लेकर पीटा गया तो किसी को गाय और भैंस काटने ले जाने के आरोप में जान से मार दिया गया। इससे पहले कालकाजी इलाके में स्वयंभू ‘रक्षकों’ ने भैंस ले जा रहे तीन लोगों की पिटाई कर दी थी। इस मामले में बताया गया था कि पिटाई करने वालों में केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी के नेतृत्व वाले पशु अधिकार समूह पीपुल फॉर एनिमल्स (पीएफए) के कुछ सदस्य भी शामिल थे। घटना 22 अप्रेल, 2017 (शनिवार) देर रात घटी। पुलिस को पीएफए के कार्यकर्ता गौरव गुप्ता ने बताया था कि भैंसों को पूर्वी दिल्ली के गाजीपुर बूचड़खाने ले जाया जा रहा था।
पुलिस के अनुसार, सभी 14 भैंसों को बचा लिया गया और वह वाहन जब्त कर लिया गया, जिनसे उन्हें ले जाया जा रहा था। हालांकि प्रत्यक्षदर्शियों का कहना था कि पीएफए के कार्यकर्ताओं ने कालकाजी मंदिर के पास भैंसों को ले जाने वाला वाहन रोके जाने के बाद कथित तौर पर रिजवान, कामिल और आशु की पिटाई कर दी थी। इस दौरान तीन अन्य घटनास्थल से भागने में सफल रहे, जिनके बारे में कहा जा रहा था कि वे कसाई थे।