मुंबई से गोवा के बीच चलाई गई लग्जरी ट्रेन तेजस एक्सप्रेस को रेलवे ने बिना क्लीयरेंस के लिए लोगों के लिए शुरू कर दिया। ऐसा करके रेलवे ने लाखों लोगों की जान खतरें में डाल दी। रेलवे ने तेजस को ट्रेन यात्रा का भविष्य बताया था। खबर के मुताबिक रेलवे ने कमिश्नर ऑफ रेलवे सिक्योरिटी (CRS) से अनिवार्य सुरक्षा मंजूरी लिए बिना ही ट्रेन शुरू कर दी। मिनिस्ट्री ऑफ सिविल एविएशन के अंतर्गत आने वाले सीआरएस ने पिछले हफ्ते सेंट्रल रेलवे और रेल मंत्रालय से चिट्ठी लेकर पूछा कि नई ट्रेन क्यों शुरू की गई और बिना सीआरएस के सुरक्षा मंजूरी के उसे क्यों चलाया गया। इसके जवाब में रेलवे ने दावा किया कि वर्तमान में ट्रेन कई विशेष सुविधाओं के बिना चल रही है और साथ ही किसी नए रोलिंग स्टॉक को शामिल नहीं किया गया, जिसके लिए नए क्लीयरेंस की जरुरत हो।
अपने पत्र में सीआरएस ने रेलवे को इस ओर ध्यान दिलाया है कि बिना उसकी मंजूरी के ट्रेन चलाना रेलवे बोर्ड पॉलिसी सर्कुलर नंबर 6 का सीधे-सीधे उल्लंघन है, जिसमें कहा गया है कि मौजूदा स्थिति में किसी भी नए रोलिंग स्टॉक की शुरुआत होने पर उसे सेफ्टी ट्रायल की नई प्रक्रिया से होकर गुजरना होता है और ताजा प्रमाण पत्र प्राप्त करना जरुरी होता है। रेलवे के सिविल इंजीनियरिंग विभाग के सूत्रों ने बताया कि पॉलिसी सर्कुलर महत्वपूर्ण है क्योंकि कोई भी नया रोलिंग स्टॉक व्हील इंट्रेक्शन को बदल देता है और उस स्थिति में नियामक को नई सुरक्षा मंजूरी लेने की आवश्यकता होती है।
तेजस एक्सप्रेस को मई में रेल मंत्री सुरेश प्रभू ने हरी झंडी दिखाई थी। तेजस मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनल से गोवा के करमाली के बीच चलती है। तेजस का किराया प्रति टिकट पर प्रति किलोमीटर के हिसाब से देश की ट्रेनों के मुकाबले सबसे ज्यादा है। तेजस के एग्जीक्यूटिव चेयर कार सीट की कीमत फूड के साथ 2940 रुपए है। सीआरएस की ओर से तर्क दिया गया है कि तेजस में ऑटोमैटिक डोर, नई ब्रेकिंग सिस्टम और 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ने लायक बनाने जैसी नई चीजें शामिल की गई है। इस पर जवाब देते हुए रेल मंत्रालय की ओर से रिसर्च डिजाइन और स्टैंडर्ड ऑर्गेनाइजेशन ने दावा किया है कि तेजस में नए रोलिंग स्टॉक नहीं थे हालांकि इसमें कई नए फीचर्स दिए गए हैं, लेकि वर्तमान में उनका इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है, जिसमें इलेक्ट्रो ब्रेकिंग सिस्टम भी शामिल है। साथ ही रेलवे की ओर से यह भी बताया गया है कि तेजस 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकती है, मगर वर्तमान में यह दूसरी सुपरफास्ट ट्रेनों की तरह 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही है।