दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की हरियाणा के हिसार में रविवार (25 मार्च) को हुई रैली पर सवाल उठे हैं. न्यूज एजेंसी एएनआई की ओर से जारी किए गए एक वीडियो में कुछ लोगों ने खुलासा किया है कि उन्हें 350 रुपये, खाना और चाय-नाश्ता का वादा करके रैली में शामिल होने के लिए कहा गया था. मजदूरों का आरोप हैं कि उन्हें वादा के अनुसार कुछ भी नहीं दिया गया.
कपिल मिश्रा ने भी उठाए सवाल
इससे पहले दिल्ली के पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा ने अपने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर करते हुए केजरीवाल की रैली पर सवाल उठाए थे. कपिल ने अपने ट्विटर पर वीडियो शेयर करते हुए ‘केजरीवाल की हरियाणा रैली- रैली खत्म-पैसा हजम’ लिखा था. इस वीडियो में भी साफ देखा जा सकता है कि कुछ लोग जो केजरीवाल की रैली का हिस्सा थे उनका कहना है कि उन्हें 350 की दिहाड़ी पर यहां लाया गया था. कपिल की ओर से शेयर किए गए वीडियो में एक बुजुर्ग शख्स ने सवाल उठाते हुए कहा, ‘रैली में तो मजा आ गया, लेकिन अब कोई भी शख्स पैसे का नाम ही नहीं ले रहे, ये तो मेरी ही रैली निकल गई यहां… अब पैसे ही नहीं दे रहे, एक घंटे से हम लोग इंतजार कर रहे हैं, हमें कह रहे हैं कि कल पैसे लेना.’
हरियाणा से चुनाव लड़ेंगे केजरीवाल
रविवार को हिसार के पुराना कॉलेज ग्रांउड से मिशन 2019 का शंखनाद करते हुए केजरीवाल ने दस्तावेज पेश करते हुए दावा किया था कि केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर स्पष्ट कर दिया है कि वह स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू नहीं करेगी. साथ ही, उन्होंने वादा किया कि हरियाणा में उनकी पार्टी की सरकार बनने पर ना सिर्फ किसानों के लिए आयोग की सिफारिशें लागू की जाएगी बल्कि स्वास्थ्य, शिक्षा, कानून व्यवस्था और भ्रष्टाचार के मुद्दों पर भी बेहतर काम किया जाएगा.
कांग्रेस और बीजेपी पर लगाए थे गंभीर आरोप
केजरीवाल ने कहा था कि हरियाणा की पूर्व हुड्डा सरकार ने जिस भ्रष्टाचार को शुरू किया था, उसे खट्टर सरकार ने पांच गुणा आगे बढ़ा दिया. दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘बीजेपी और कांग्रेस ने वोट की राजनीति का लाभ लेने के लिए हरियाणा में जाटों और गैर जाटों के बीच दंगे करवाए. पिछले तीन साल के दौरान हरियाणा में जातिवाद के नाम पर काफी हिंसा हुई है और खट्टर सरकार गहरी नींद में है.’’