दिल्ली एनसीआर में एक के बाद एक मकान और इमारतें गिरने के मामले सामने आ रहे हैं. रविवार देर रात दिल्ली के द्वारका में एक मकान गिर गिया. इस हादसे में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य लोग घायल हो गए हैं. बताया जा रहा है कि हादसा द्वारका के हरी विहार इलाके में हुआ है. जहां मकान का एक हिस्सा गिरने से पति-पत्नी की मौत हो गई. जबकि तीन बच्चे भी इस हादसे में घायल हो गए हैं. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और उसने पाया कि घर की छत गिर गई थी, जिससे परिवार के पांच लोग (पति-पत्नी और तीन बच्ते) मलबे में दब गए. मृत्कों की पहचान सुनील (40) और रचना (40) के रूप में की गई है. जब कि घायल बच्चों की पहचान वैभव (19), गुलशन (16) और गुनगुना (9) के रूप में की गई है. वैभव ने बताया कि घर उसके पिता के नाम था और उसका जन्म भी यहीं हुआ था. बताया जा रहा है कि छत का भार उठाने वाली टी-आईरन, लगातार पानी के लीकेज के कारण कमजोर हो गई थी. जिस कारण छत गिर गई. वहीं द्वारका एसडीएम ने रिपोर्ट मांगी है, ताकि पीड़ित परिवार की आर्थिक मदद की जा सके. साथ ही मामले में एफआईआर भी दर्ज कर ली गई है.
गाजियाबाद में गिरी इमारत
इससे पहले गाजियाबाद में रविवार को एक छह मंजिला इमारत के गिरने से दो लोगों की मौत हो गई थी. ये इमारत अंडर कंस्ट्रक्शन थी. घटना के बाद से ही तीनों आरोपी बिल्डर फरार हैं. वहीं अभी भी कुछ लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका जताई जा रही है. सोमवार को मलबे से एक 8 साल के बच्चे का शव निकाला गया है. जिसके बाद हादसे में मरने वालों की संख्या अब दो हो गई है. जानकारी के मुताबिक मलबे से अभी तक 8 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है जिनका अलग- अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है. वहीं 10-12 लोगों के अभी तक मलबे में दबे होने की आशंका जताई जा रही है. फिलहाल एनडीआरएफ, फायर ब्रिगेड और पुलिस की टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई हैं. हादसे में अभी तक 6 लोगों को हिरासत में लिया गया है. गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के एक इंजीनियर की तरफ से एफआईआर दर्ज करवाई गई है. बिल्डर मुकेश सिंह, जमीन के मालिक और अन्य के खिलाफ एनएसए के तहत कार्रवाई भी की जाएगी.