दिल्ली पुलिस ने 29 जनवरी को दक्षिण पूर्वी दिल्ली के तुगलकाबाद एक्टेंशन से एक 30 वर्षीय महिला की बुरी तरह से क्षत-विक्षत लाश बरामद की थी। खबर के मुताबिक मृतिका की पहचान मारिया मेसी के नाम से हुई है। पुलिस ने बताया की मारिया की लाश तुगलकाबाद स्थित उसके घर से एक बिस्तर वाले बक्से से बरामद की गई। मामला उस वक्त सामने आया जब पड़ोसी उस्मान ने मारिया के घर से बदबू आने की शिकायत पुलिस में दर्ज कराई। उस्मान ने पुलिस को बताया था कि उसने 28 जनवरी को मारिया के भाई को फोन किया था कि मारिया का कहीं अता-पता नहीं है और उसका फोन स्विच ऑफ जा रहा है। उसके बाद मारिया के भाई ने उस्मान से उसका घर चेक करने के लिए कहा था, लेकिन घर में ताला लगा था। उसके बाद उस्मान में मारिया के पति सुरेश सिंह को फोन लगाया, लेकिन उसने फोन का कोई जवाब नहीं दिया।
सुरेश ने बाद में उस्मान को मैसेज भेजा कि वह मारिया के साथ बेंगलुरु में है। सुरेश की बात से उस्मान और मारिया के परिवारवाले संतुष्ट नहीं थे और 29 जनवरी को वे मारिया के घर पहुंच गए। उस्मान और मारिया के परिवारवालों को मारिया की लाश एक बिस्तर वाले बक्से के अंदर एक रजाई में लिपटी हुई मिली। इसके बाद मारिया की लाश को फौरन दिल्ली के एम्स में पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने गायब चल रहे सुरेश को दबोचने के लिए टीमें बनाकर उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड भेजीं। पुलिस ने बताया कि सुरेश के गायब होने से इस मामले में शक गहराया। सुरेश बिना मकान मालिक और पड़ोसियों को इत्तला दिए गायब हो गया था। उसने मारिया के घरवालों और मकान मालिक का फोन भी नहीं उठाया और गलत मैसेज भेजकर गुमराह किया।
पुलिस के मुताबिक 2015 में सुरेश और मारिया लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहे थे, लेकिन सुरेश ने लता नाम की लड़की से शादी कर ली थी। मारिया को लता के बारें में फेसबुक से पता चला। इसके बाद मारिया ने सुरेश पर शादी करने का दबाव डाला। सुरेश ने देहरादून के आर्यसमाज मंदिर में मारिया से शादी कर ली। लता ने सुरेश से उसकी दूसरी पत्नी को छोड़ने के लिए कहा तो उसने उसे आश्वासन दिया कि जल्द ही मारिया को तलाक दे देगा। दो पत्नियों और एक पति के इस मामले में अनबन बढ़ती गई और फिर सुरेश ने मारिया की हत्या कर दी। पुलिस के मुताबिक सुरेश को उसके गांव से उस वक्त दबोच लिया गया जब वह नेपाल जाने की फिराक मे था। पुलिस ने बताया कि रमेश ने अपना गुनाह कबूल किया है। सुरेश ने पुलिस को यह भी बताया कि उसने मारिया की हत्या के लिए सर्दियों का मौसम इसलिए चुना ताकि लाश के सड़ने से जल्दी बदबू न आए और वह फरार होने में सफल हो सके।