पंजाब के पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया से माफी मांगने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की ओर से माफी मांगने का सिलसिला जारी है। केजरीवाल ने अब पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल के बेटे अमित सिब्बल और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से माफी मांगी है। गडकरी को दिए अपने माफीनामे में केजरीवाल ने लिखा है, “अपने उस बयान के लिए खेद महसूस कर रहा हूं, जिसे प्रमाणित नहीं किया जा सका और जिससे आपको दुख पहुंचा है। मैं निजी तौर पर आपके खिलाफ नहीं हूं। मैं अफसोस जाहिर करता हूं। हम इस घटना को पीछे छोड़ दें और अदालती कार्यवाही को बंद करें।
हमें अपनी ऊर्जा का इस्तेमाल परस्पर सम्मान की भावना के साथ देश के लोगों की सेवा के लिए करना चाहिए।” इसके बाद गडकरी और केजरीवाल ने पटियाला हाउस अदालत में मानहानि के मामले को वापस लेने के लिए संयुक्त रूप से आवेदन दायर किया। जानकारी के मुताबिक, गडकरी ने अपनी शर्तों पर केजरीवाल से माफी मंगवाई है।
सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार, केजरीवाल ने पिछले साल गडकरी से अनौपचारिक रूप से माफी मांगी थी, लेकिन औपचारिक तौर पर माफी को लेकर बातचीत चार महीने पहले हुई। इसके लिए सीएम केजरीवाल के दो मुख्य सहयोगियों ने गडकरी और उनके सहयोगियों के साथ मामले में निर्णय लेने के लिए कई दौर की चर्चा की थी। एक शख्स ने बताया, “दोनों नेताओं ने पुरानी घटनाओं को भूलने पर सहमति व्यक्त की थी, लेकिन इसे अंतिम रूप देने में कुछ समय लगा।”
बता दें कि केजरीवाल ने गडकरी के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे, जिसे साबित नहीं किया जा सका। उनकी माफी के बाद केंद्रीय मंत्री ने अपनी मानहानि का मामला वापस ले लिया। गडकरी ने अपना नाम केजरीवाल द्वारा ‘भ्रष्ट राजनेताओं’ की सूची में डालने के बाद 2014 में आप नेता के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया था। केजरीवाल पर कई राजनेताओं ने मानहानि का मामला दर्ज किया है, जिसमें वित्त मंत्री अरुण जेटली और दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित भी शामिल हैं।
बीते सप्ताह आप नेता ने शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम मजीठिया पर बिना साक्ष्यों के मादक पदार्थों के व्यापार में शामिल होने के आरोपों पर मांफी मांग ली थी। इस माफी से आप की पंजाब इकाई में विद्रोह भड़क गया, जिसे लेकर पंजाब की आप इकाई के प्रमुख पद से भगवंत मान ने इस्तीफा दे दिया था।