सोना तस्करों के मंसूबों को नाकाम करते हुए कस्टम की एयर इंटेलीजेंस एण्ड प्रिवेंटिव टीम ने दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर इतिहास की सबसे बड़ी कार्रवाई की है. कार्रवाई के तहत सोना तस्करी करने की कोशिश कर रहे 26 तस्करों को शनिवार को एक साथ हिरासत में लिया गया. हिरासत में लिए गए तस्करों में 19 महिलाएं और 7 पुरुष तस्कर शामिल हैं. इनके कब्जे से कस्टम ने कुल 17 किलो सोना बरामद किया है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब छह करोड़ रुपए आंकी गई है. बरामद किया गया सोना आरोपियों ने अपने हैंड बैग में छिपा रखा था.
तुर्कमेनिस्तान से आने वाले हर यात्री की हुई तलाशी
कस्टम विभाग के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार इंटेलीजेंस इनपुट मिला था कि तुर्कमेनिस्तान से भारी तादात में सोना दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट पहुंचने वाला है. यह सोना दो दर्जन से अधिक तस्करों ने छोटी-छोटी मात्रा में अपने पास छिपाया हुआ है, जिसके बाद एयरपोर्ट पर कस्टम ने एयर इंटेलीजेंस एण्ड प्रिवेंटिव विंग के सभी अधिकारियों को अलर्ट कर दिया गया. तुर्किस्तान से आनी वाली सभी फ़लाइट की जानकारी एयर इंटेलीजेंस एण्ड प्रिवेंटिव टीम के सभी अधिकारियों से साझा की गई, जिसके बाद एयरपोर्ट पर तुर्कमेनिस्तान की फ़लाइट से आने वाले सभी मुसाफिरों की सघन तलाशी लेने की कवायद शुरू की गई.
कस्टम को चकमा देने के लिए अलग-अलग फ़लाइट से दिल्ली आए थे तस्कर
सूत्रों के अनुसार सघन तलाशी के दौरान एयर इंटेलीजेंस एण्ड प्रिवेंटिव विंग की टीम ने टर्किश एयरलाइंस से आई कुछ महिला और पुरुषों के कब्जे से सोना बरामद किया. हालांकि यह बरामदगी इंटेलीजेंस इनपुट से बहुत कम थी. नतीजतन कस्टम ने अपना तलाशी अभियान जारी रखा. कस्टम ने जल्द ही तुर्कमेनिस्तान एयरलाइंस की दो अलग-अलग फ़लाइट से बाकी तस्करों को भी हिरासत में लिया गया. पूछताछ में पता चला कि यह सभी तस्कर एक ही तस्कर गिरोह का हिस्सा हैं. इस गिरोह को शक था कि उनके बारे में कस्टम को भनक लग सकती है. लिहाजा, इन्होंने खुद को तीन ग्रुप में बांट लिया, जिससे एक ग्रुप के पकड़े जाने के बाद कस्टम का शक दूसरे यात्रियों से हट जाए. हालांकि तस्करों की यह चाल नाकामयाब रही.
चेन और कडे़ की शक्ल में हर तस्कर के पास था 600 ग्राम से एक किलो तक सोना
जांच के दौरान कस्टम ने पाया कि तस्करों से सोने को छोटी-छोटी मात्रा में आपस में बांट लिया था. हर तस्कर के पास 600 ग्राम से एक किलो के बीच सोना था. इन्होंने सोने को कडा, चेन और हार की शक्ल दे रखी थी. इन्होंने इस सोने को अपने हैंड बैग में छिपा रखा था.
तस्करों के मददगार ज्वैलर्स पर कार्रवाई की तैयारी
सूत्रों के अनुसार, हिरासत में लिए गए तस्करों का इस्तेमाल बतौर कैरियर किया जा रहा था. इनसे यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि दिल्ली में वह किस शख्स को यह सोना सौंपने वाले थे. इस शख्स की तलाश पूरी कर कस्टम यह भी जानने की कवायद कर रही है कि दिल्ली के कौन-कौन से ज्वैलर्स तस्करी के जरिए सोना विदेशों से मंगा रहे हैं. संभव है कि दिल्ली के प्रमुख सर्राफा मार्किट में जल्द कस्टम कोई बड़ी कार्रवाई करे.