मध्य प्रदेश के मंदसौर में किसानों पर पुलिसकर्मियों द्वारा गोलियां चलाए जाने का मामला सुर्खियों में है। फायरिंग में पांच किसानों की मौत के बाद राजनीतिक बयानबाजी भी शुरू हो गई। लगभग सभी पार्टियों के नेताओं ने इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की निंदा की है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हड़बड़ी में एक करोड़ रुपए मुआवजे का ऐलान कर दिया, जिसका अलग से विरोध हो रहा है। सोशल मीडिया पर यह मुद्दा लगातार चर्चा में बना हुआ है। ट्विटर पर इस घटना से जुड़े हैशटैग्स तैर रहे हैं। लोगों के निशाने पर भाजपा तो है ही, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आलोचना से दूर नहीं हैं। मध्य प्रदेश की घटना पर उनकी तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आने को कई लोग ठीक नहीं मान रहे। गुरुवार (8 जून) को प्रधानमंत्री ने म्यांमार सेना के यातायात विमान के लापता होने पर शोक व्यक्त किया। नरेंद्र मोदी ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से लिखा, ”म्यांमार सेना के यातायात विमान की दुर्घटना से बेहद दुखी हूं। भारत राहत कार्यों में हर तरह की मदद करने के लिए तत्पर है।”
मोदी के इस ट्वीट पर ट्विटर यूजर्स ने मध्य प्रदेश के मंदसौर में किसानों के प्रदर्शन पर कुछ न कहने के लिए उनकी आलोचना की। कांग्रेस नेता गौरव ने पूछा, ”एमपी में बीजेपी सरकार द्वारा भारत के किसानों को गोली मारने से जो नुकसान हुआ है, उसपर क्या कहेंगे? कभी भारतीयों की मदद के लिए भी समय निकालिए? अगर आपको परवाह हो?” सुनील सिंह ने कहा, ”सरजी,मन्दसौर में गोली का शिकार हुये किसानों के लिये भी एक ट्वीट तो बनता था,रोटी पेट में न होगी तो म्यांमार दिखाई भी न देगा है।”
देखें ट्विटर पर लोगों ने पीएम से मांगा जवाब:
किसान खाली बैठा है मोबाइल लेकर ट्वीटर और फेसबुक चलाने के लिये, किसान को काम कहा है फसल आप, पार्टी और कांग्रेस उगाती है
इतने बड़े बहुमत के बावजूद भी कांग्रेस क्या BJP से ज्यादा ताकतवर पार्टी है जो केंद्र और राज्य सरकार को फेल कर रही हैhttp://t.co/fTMBQ2gUji
— Dr. Sania
मध्यप्रदेश के किसानो के लिए भी 1 ट्वीट कीजिये या ट्वीटर आपको ट्वीट नही करने दे रहा?? या फिर दोगलेपन की चादर ओड ली?
— PM
पश्चिमी मध्य प्रदेश में 6 दिन पहले लोन माफी की मांग और अनाज के अच्छे दामों को लेकर किसानों ने प्रदर्शन शुरू किया था। आंकड़ों के मुताबिक साल 2016 में 1,600 से ज्यादा किसानों की मौत हुई थी। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के मुताबिक साल 2011 से 2015 तक 6076 किसानों ने आत्महत्या की थी। मंगलवार (6 जून) को मंदसौर जिले में प्रदर्शन के दौरान 5 किसानों की गोली लगने से मौत के बाद तनाव बेहद बढ़ गया है।
शिवराज सिंह चौहान ने ट्विटर के जरिए किसानों से शांति की अपील भी की थी। प्रधानमंत्री ने हालात के बारे में बैठक की थी। केंद्र सरकार ने मध्य प्रदेश के मंदसौर में शांति बहाल करने के लिए दंगा-रोधी पुलिस बल के 1100 जवानों को भेजा है। सरकार ने हिंसा पर और हिंसा-प्रभावित क्षेत्र में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए राज्य सरकार द्वारा उठाये गये कदमों पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।मध्य प्रदेश के मंदसौर में किसानों पर पुलिसकर्मियों द्वारा गोलियां चलाए जाने का मामला सुर्खियों में है। फायरिंग में पांच किसानों की मौत के बाद राजनीतिक बयानबाजी भी शुरू हो गई। लगभग सभी पार्टियों के नेताओं ने इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की निंदा की है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हड़बड़ी में एक करोड़ रुपए मुआवजे का ऐलान कर दिया, जिसका अलग से विरोध हो रहा है। सोशल मीडिया पर यह मुद्दा लगातार चर्चा में बना हुआ है। ट्विटर पर इस घटना से जुड़े हैशटैग्स तैर रहे हैं। लोगों के निशाने पर भाजपा तो है ही, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आलोचना से दूर नहीं हैं। मध्य प्रदेश की घटना पर उनकी तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आने को कई लोग ठीक नहीं मान रहे। गुरुवार (8 जून) को प्रधानमंत्री ने म्यांमार सेना के यातायात विमान के लापता होने पर शोक व्यक्त किया। नरेंद्र मोदी ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से लिखा, ”म्यांमार सेना के यातायात विमान की दुर्घटना से बेहद दुखी हूं। भारत राहत कार्यों में हर तरह की मदद करने के लिए तत्पर है।”
मोदी के इस ट्वीट पर ट्विटर यूजर्स ने मध्य प्रदेश के मंदसौर में किसानों के प्रदर्शन पर कुछ न कहने के लिए उनकी आलोचना की। कांग्रेस नेता गौरव ने पूछा, ”एमपी में बीजेपी सरकार द्वारा भारत के किसानों को गोली मारने से जो नुकसान हुआ है, उसपर क्या कहेंगे? कभी भारतीयों की मदद के लिए भी समय निकालिए? अगर आपको परवाह हो?” सुनील सिंह ने कहा, ”सरजी,मन्दसौर में गोली का शिकार हुये किसानों के लिये भी एक ट्वीट तो बनता था,रोटी पेट में न होगी तो म्यांमार दिखाई भी न देगा है।”
देखें ट्विटर पर लोगों ने पीएम से मांगा जवाब:
किसान खाली बैठा है मोबाइल लेकर ट्वीटर और फेसबुक चलाने के लिये, किसान को काम कहा है फसल आप, पार्टी और कांग्रेस उगाती है
इतने बड़े बहुमत के बावजूद भी कांग्रेस क्या BJP से ज्यादा ताकतवर पार्टी है जो केंद्र और राज्य सरकार को फेल कर रही हैhttp://t.co/fTMBQ2gUji
— Dr. Sania
मध्यप्रदेश के किसानो के लिए भी 1 ट्वीट कीजिये या ट्वीटर आपको ट्वीट नही करने दे रहा?? या फिर दोगलेपन की चादर ओड ली?
— PM
पश्चिमी मध्य प्रदेश में 6 दिन पहले लोन माफी की मांग और अनाज के अच्छे दामों को लेकर किसानों ने प्रदर्शन शुरू किया था। आंकड़ों के मुताबिक साल 2016 में 1,600 से ज्यादा किसानों की मौत हुई थी। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के मुताबिक साल 2011 से 2015 तक 6076 किसानों ने आत्महत्या की थी। मंगलवार (6 जून) को मंदसौर जिले में प्रदर्शन के दौरान 5 किसानों की गोली लगने से मौत के बाद तनाव बेहद बढ़ गया है।
शिवराज सिंह चौहान ने ट्विटर के जरिए किसानों से शांति की अपील भी की थी। प्रधानमंत्री ने हालात के बारे में बैठक की थी। केंद्र सरकार ने मध्य प्रदेश के मंदसौर में शांति बहाल करने के लिए दंगा-रोधी पुलिस बल के 1100 जवानों को भेजा है। सरकार ने हिंसा पर और हिंसा-प्रभावित क्षेत्र में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए राज्य सरकार द्वारा उठाये गये कदमों पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।मध्य प्रदेश के मंदसौर में किसानों पर पुलिसकर्मियों द्वारा गोलियां चलाए जाने का मामला सुर्खियों में है। फायरिंग में पांच किसानों की मौत के बाद राजनीतिक बयानबाजी भी शुरू हो गई। लगभग सभी पार्टियों के नेताओं ने इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की निंदा की है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हड़बड़ी में एक करोड़ रुपए मुआवजे का ऐलान कर दिया, जिसका अलग से विरोध हो रहा है। सोशल मीडिया पर यह मुद्दा लगातार चर्चा में बना हुआ है। ट्विटर पर इस घटना से जुड़े हैशटैग्स तैर रहे हैं। लोगों के निशाने पर भाजपा तो है ही, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आलोचना से दूर नहीं हैं। मध्य प्रदेश की घटना पर उनकी तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आने को कई लोग ठीक नहीं मान रहे। गुरुवार (8 जून) को प्रधानमंत्री ने म्यांमार सेना के यातायात विमान के लापता होने पर शोक व्यक्त किया। नरेंद्र मोदी ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से लिखा, ”म्यांमार सेना के यातायात विमान की दुर्घटना से बेहद दुखी हूं। भारत राहत कार्यों में हर तरह की मदद करने के लिए तत्पर है।”
मोदी के इस ट्वीट पर ट्विटर यूजर्स ने मध्य प्रदेश के मंदसौर में किसानों के प्रदर्शन पर कुछ न कहने के लिए उनकी आलोचना की। कांग्रेस नेता गौरव ने पूछा, ”एमपी में बीजेपी सरकार द्वारा भारत के किसानों को गोली मारने से जो नुकसान हुआ है, उसपर क्या कहेंगे? कभी भारतीयों की मदद के लिए भी समय निकालिए? अगर आपको परवाह हो?” सुनील सिंह ने कहा, ”सरजी,मन्दसौर में गोली का शिकार हुये किसानों के लिये भी एक ट्वीट तो बनता था,रोटी पेट में न होगी तो म्यांमार दिखाई भी न देगा है।”
देखें ट्विटर पर लोगों ने पीएम से मांगा जवाब:
किसान खाली बैठा है मोबाइल लेकर ट्वीटर और फेसबुक चलाने के लिये, किसान को काम कहा है फसल आप, पार्टी और कांग्रेस उगाती है
इतने बड़े बहुमत के बावजूद भी कांग्रेस क्या BJP से ज्यादा ताकतवर पार्टी है जो केंद्र और राज्य सरकार को फेल कर रही हैhttp://t.co/fTMBQ2gUji
— Dr. Sania
मध्यप्रदेश के किसानो के लिए भी 1 ट्वीट कीजिये या ट्वीटर आपको ट्वीट नही करने दे रहा?? या फिर दोगलेपन की चादर ओड ली?
— PM
पश्चिमी मध्य प्रदेश में 6 दिन पहले लोन माफी की मांग और अनाज के अच्छे दामों को लेकर किसानों ने प्रदर्शन शुरू किया था। आंकड़ों के मुताबिक साल 2016 में 1,600 से ज्यादा किसानों की मौत हुई थी। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के मुताबिक साल 2011 से 2015 तक 6076 किसानों ने आत्महत्या की थी। मंगलवार (6 जून) को मंदसौर जिले में प्रदर्शन के दौरान 5 किसानों की गोली लगने से मौत के बाद तनाव बेहद बढ़ गया है।
शिवराज सिंह चौहान ने ट्विटर के जरिए किसानों से शांति की अपील भी की थी। प्रधानमंत्री ने हालात के बारे में बैठक की थी। केंद्र सरकार ने मध्य प्रदेश के मंदसौर में शांति बहाल करने के लिए दंगा-रोधी पुलिस बल के 1100 जवानों को भेजा है। सरकार ने हिंसा पर और हिंसा-प्रभावित क्षेत्र में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए राज्य सरकार द्वारा उठाये गये कदमों पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।