Monday, December 23, 2024
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मंदसौर: कांग्रेस कार्यकर्ता था जान गंवाने वाला छठा शख्स

SI News Today

मध्यप्रदेश सरकार मंदसौर में हुए किसान प्रदर्शन के बाद हॉस्पिटल में जान गंवाने वाले घनश्याम धाकड़ (छठे शख्स) को भी एक करोड़ मुआवजा देने को तैयार हो गई है। लेकिन प्रशासन की यह रजामंदी घनश्याम के परिजनों द्वारा प्रदर्शन करने के बाद हुई। तीस साल का घनश्याम कांग्रेस कार्यकर्ता था। कथित तौर पर उसकी पुलिस द्वारा पिटाई की वजह से मौत हुई। पुलिस का कहना है कि घनश्याम उन लोगों में शामिल था जो कि सात जून को प्रदर्शन के दौरान तोड़फोड़ कर रहे थे। पुलिस का आरोप है कि वह भी बाकी लोगों के साथ मिलकर नीमच वाली सड़क पर प्रदर्शन कर रहा था और सड़क की रैलिंग को तोड़ रहा था।

घनश्याम के पिता ने बताया कि गुरुवार की रात को उनके पास पुलिस का फोन आया था। पुलिस ने उन्हें बताया कि घनश्याम के चोट लगी है और उसको इंदौर के एम वाई हॉस्पिटल में भर्ती करवा दिया गया है। पिता का आरोप है कि उसके बेटे ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया था।

शुक्रवार को पुलिस ने परिवार से घनश्याम का शव लेकर जाने को कहा तो परिवार ने मना कर दिया। उन्होंने कहा कि जबतक सरकार उनको एक करोड़ रुपए मुआवजा, परिवार के एक सदस्य को नौकरी और दो बच्चों (छह साल और 45 दिन की बेटी) को मुफ्त शिक्षा का वादा नहीं करती तबतक वह शव को अंतिम संस्कार के लिए नहीं लेकर जाएंगे।

इसपर जिला कलेक्टर और एसपी ने घनश्याम के परिवार को समझाना चाहा कि उनका मामला वैसा नहीं है जैसा कि मंदसौर वाला था। वहां छह जून को दो अलग-अलग जगहों पर पांच किसानों की मौत हो गई थी। लेकिन परिवार ने हंगामा शुरू कर दिया। इसके बाद कलेक्टर ने सीएम शिवराज सिंह चौहान से मंजूरी मांगी। मुआवजे का भरोसा मिलने के बाद ही परिवार ने घनश्याम का अंतिम संस्कार किया। उसमें कुछ कांग्रेसी नेता भी पहुंचे थे। पूर्व सांसद मिनाक्षी नजराजन भी वहां गई थीं।

घनश्याम के घरवालों ने बताया कि वह यूथ कांग्रेस युनिट का उपाध्यक्ष था। परिवार के मुताबिक, घनश्याम की याद में पंचायत एक स्मारक भी बनाने वाली है। फिलहाल घनश्याम की मौत की जांच हो रही है।

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