भोपालः मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने फिल्म निर्माता संजय लीला भंसाली की विवादास्पद फिल्म ‘पद्मवती’ के संबंध में घोषणा की कि यदि इसमें ऐतिहासिक तथ्यों के साथ खिलवाड़ कर चित्तौड़ की महारानी (रानी पद्मावती) के सम्मान के खिलाफ दृश्य रखे गये तो उस फिल्म को मध्यप्रदेश में रिलीज करने की अनुमति नहीं दी जायेगी.
चौहान ने सोमवार को भोपाल में मुख्यमंत्री आवास पर राजपूत समाज के सम्मेलन में यह घोषणा करते हुए कहा, ‘‘इतिहास पर जब फिल्में बनायी जाती हैं तो ऐतिहासिक तथ्यों के साथ छेड़छाड़ कोई बर्दाश्त नहीं करेगा. पूरा देश एक स्वर में कह रहा है कि फिल्म में ऐतिहासिक मूल्यों से खिलवाड़ किया गया है. इसलिये मैं पूरे जोश और होश में यह कह रहा हूं कि ऐतिहासिक तथ्यों से खिलवाड़ कर अगर रानी पद्मावती के सम्मान के खिलाफ दृश्य रखे गये हैं, तो उस फिल्म का प्रदर्शन मध्यप्रदेश की धरती पर नहीं होगा.’’
उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय नारी अपने सम्मान की रक्षा के लिये राख के ढेर में तब्दील हो सकती है. महारानी पद्मावती भारतीय नारी का सच्चा प्रतिबिम्ब हैं. हम बचपन से रानी पद्मावती के त्याग और जौहर के बारे में पढ़ते आये हैं.’’ मुख्यमंत्री ने इसके साथ ही देश के वीरों की स्मृति में भोपाल में बनने वाले वीर भारत स्मारक स्थल में महारानी पद्मावती का भी स्मारक बनाने की घोषणा की. प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से राजपूत समाज के लोग आज यहां मुख्यमंत्री से मिले और उनसे फिल्म पद्मावती पर प्रतिबंध लगाने की मांग की.