बीते 2 अप्रैल को दलित संगठनों द्वारा बुलाए गए भारत बंद के दौरान भड़की हिंसा के खिलाफ आज (मंगलवार को) देशभर में कई संगठनों फिर से विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं. कई संगठनों द्वारा बुलाए गए भारत बंद का असर बिहार में देखने को मिल रहा है. यहां आरा में दो समुदायों के बीच झड़प की खबरें सामने आ रही हैं और घटनास्थल पर गोलियों की आवाज सुनी गईं. यहां प्रदर्शनकारियों ने ट्रेन को भी रोक दिया. वहीं, मध्यप्रदेश के भिंड-मुरैना में ऐहतियातन सख्ती बरती जा रही है.
हिंसा हुई तो डीएम-एसपी पर गिरेगी गाज
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने को कहा है. गृह मंत्रालय ने राज्यों को भारत बंद के संबंध में परामर्श जारी करते हुए कहा है कि अगर किसी इलाके में हिंसा हुई, तो इसके लिए वहां के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदार होंगे. यानि हिंसा होने के लिहाज से उन पर गाज गिरनी तय है. मंत्रालय ने एडवाइजरी में यह भी कहा है कि कुछ समूहों द्वारा सोशल मीडिया पर 10 अप्रैल को बुलाए गए भारत बंद के मद्देनजर जरूरी एहतियाती कदम उठाए जाएं.
LIVE अपडेट…
2.10 बजे : पंजाब के फिरोजपुर में दो गुटों के बीच हुई झड़प हुई है. इस झड़प में दो लोगों के घायल होने की जानकारी मिल रही है.
10.20 बजे : बिहार के गया में प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया.
9.50 बजे : बिहार के आरा जिले में से ट्रेन को छात्रों ने रोका. आरक्षण के विरोध में नारेबाजी की गई.
9.30 बजे : बिहार के आरा जिले के आनन्दनगर मोहल्ले में बंद समर्थक और बंद विरोधी और समर्थकों के बीच झड़प हुई. इस दौरान दो गुटों के बीच गोलियां चलने की जानकारी भी मिली है.
राजस्थान में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी, इंटरनेट सेवाएं बंद
भारत बंद के आह्वान को देखते हुए राजस्थान में सुरक्षा के कडे़ बंदोबस्त किए गए हैं. अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) एनआर के रेड्डी ने बताया कि बंद के आह्वान को देखते हुए जयपुर शहर में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू की गई है. उन्होंने कहा कि मंगलवार रात से अगले 24 घंटों के लिए जयपुर में इंटरनेट सेवाओं को बंद किया गया है. उन्होंने कहा कि मंगलवार को ना तो कोई रैली नहीं निकाली जा सकेगी, ना ही लोग एकत्रित हो सकेंगे. रेंज के पुलिस महानिरीक्षकों, जिला कलेक्टर्स, पुलिस आयुक्तों को ऐसे तत्वों के साथ तुरंत सख्ती से निपटने के साफ निर्देश दिए गए हैं.
मध्यप्रदेश के कई हिस्सों में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त
उधर, मध्यप्रदेश के अनेक हिस्सों में एहतियात के तौर पर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं. पिछली बार दलित संगठनों द्वारा बुलाए गए दो अप्रैल को भारत बंद के दौरान हिंसा भड़कने से प्रदेश के ग्वालियर और चंबल संभाग में 8 लोगों की मौत हो गई थी. भोपाल के पुलिस उपमहानिरीक्षक धमेन्द्र चौधरी ने कहा कि मंगलवार के बंद को देखते हुए पुलिस सोशल मीडिया के संदेशों पर विशेष ध्यान दे रही है। उन्होंने कहा, ‘सोशल मीडिया पर नफरत भरे संदेशों को फैलाने वाले लोगों की खिलाफ IPC की धारा 188 के तहत कार्रवाई की जाएगी.’ भोपाल में एहतियात के तौर पर धारा 144 लागू की गई है, लेकिन स्कूल, सरकारी कार्यालय और बैंक सामान्य दिनों की तरह काम करते रहेंगे. बंद को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था सख्त रहेगी. हालांकि यहां भी कोई संगठन बंद के समर्थन में आगे नहीं आया है.
चंबल, भिंड में कर्फ्यू लगाया गया, इंटरनेट सेवाएं भी बाधित
चंबल पुलिस रेंज के उपमहानिरीक्षक सुधीर लाड ने बताया कि किसी भी अनहोनी घटना को रोकने के लिए भिण्ड में सोमवार रात 9 बजे से मंगलवार शाम 6 बजे तक कर्फ्यू लगाया गया है. चंबल संभाग में अफवाहों पर नियंत्रण के लिये इंटरनेट सेवाएं बाधित की गई हैं. वहीं, भिण्ड के कलेक्टर इलेया राजा टी ने कहा कि हिंसा की किसी भी हरकत से निपटने के लिए वर्तमान में आरएएफ और एसएएफ की छह कंपनियां यहां तैनात हैं तथा जरूरत पड़ने पर और कंपनियों को बुलाया जा सकता है. दो अप्रैल को बंद के दौरान भड़की हिंसा में भिण्ड जिले में चार लोगों की मौत हो गई थी. सागर जिले में धारा 144 लागू की गई है. वहां भी दो अप्रैल को विरोध प्रदर्शन हुए थे.
मुरैना में भी सख्ती
मुरैना के कलेक्टर भास्कर लाछाकार ने बताया कि मंगलवार को बंद के मद्देनजर से शहर में दो अप्रैल से लगाए कर्फ्यू के बाद पिछले तीन दिन से सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक दी जा रही कर्फ्यू में ढील मंगलवार को नहीं दी जाएगी और दिन और रात में कर्फ्यू लागू रहेगा. जिले में इंटरनेट सेवाएं बाधित रहेंगी तथा सेना को अलर्ट पर रखा गया है और जरूरत पड़ने पर उसे बुलाया जा सकता है.