उत्तर प्रदेश के मुज़फ्फरनगर में उस समय हैरान करने वाला मामला सामने आया, जब स्थानीय लोग एक मरे हुए बछड़े की पूजा करने लगे। भारत में जानवरों की पूजा की जानी आम बात है। लेकिन यह सामान्य तरह की पूजा नहीं है। स्थानीय लोगों ने इसे भगवान विष्णु का अवतार मानकर इसकी पूजा की, क्योंकि उसका चेहरा एक मानव की तरह दिखता था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बछड़े का जन्म जिले के पछेंदा गांव की एक गौशाला में हुआ। लेकिन जन्म के एक घंटे के अंतर की उसकी मौत हो गई। यह मामला 2 जून का बताया जा रहा है। बछड़े के स्पेशल फीचर्स जिसमें उसका मानव जैसे नाक, कान और मुंह भी शामिल था, के कारण उसे लोगों को दिखाने के लिए रखा गया। इस बात की जानकारी फैलते ही उसे देखने के लिए लोगों की भीड़ एकत्र होने लगी और उसका सम्मान करने लगी।
बछड़े को देखने आए लोगों ने उसके ऊपर फूलमाला और पैसे भी चढ़ाए। रिपोर्ट्स के मुताबिक स्थानीय लोगों का मानना है कि यह भगवान विष्णु का का अवतार है, जिसे ‘गोकरन’ कहा जाता है। जब धरती पर पाप बढ़ता है और पापियों की संख्या बढ़ती है तब उद्धारकर्ता के रूप में इनका जन्म माना जाता है। बछड़े को देखने आए 50 साल के एक व्यापारी ने डेलीमेल से बातचीत में कहा कि भगवान ने स्थानीय गाय के शरीर में जन्म लिया है। हम यहां इनका आशीर्वाद लेने आए। उन्होंने धार्मिक आधार पर दावा किया कि यह भगवान विष्णु का अवतार है। हमारा मानना है कि इनमें वही विशेषता है जो भगवत पुराण में दी गई है।
इस वाक्ये का वीडियो भी सामने आया है। हालांकि बछड़े का यह वीडियो थोड़ा परेशान करने वाला है। वीडियो में दिखाई दे रहा है कि मृत गाय के बछड़े को एक बॉक्स में लोगों के दर्शन के लिए रखा गया है। उसके ऊपर फूलमाला डाला गया है। दर्शन के लोगों की भीड़ लगी है। बॉक्स के ऊपर एक थाली रखी है, जिसमें लोग चढ़ावा डाल रहे हैं। यही नहीं इस दौरान एक शख्स भी मौजूद है, जो कि लोगों को आगे बढ़ने के लिए कह रहा है ताकि और लोग भी दर्शन कर सकें। यह वीडियो सोशल मीडिया पर भी काफी देखा और शेयर किया जा रहा है। हालांकि अभी तक वेटनरी डॉक्टरों की ओर से कोई जानकारी नहीं है, जिससे पता चल सके कि बछड़े का जन्म इस तरह क्यों हुआ है।