ग्रेटर नोएडा (यूपी). जेवर-बुलंदशहर हाईवे पर 24 मई की रात सामूहिक दुष्कर्म की शिकार 3 महिलाओं ने रविवार को आत्महत्या की कोशिश की। इसमें कार चालक की पत्नी ने गले में फंदा डालकर तो वारदात के दौरान मारे गए स्क्रैप कारोबारी की बहन व भाभी ने केरोसिन डालकर खुदकुशी की कोशिश की। हालांकि परिजनों ने वक्त रहते उन्हें ऐसा करने से रोक लिया। पीड़ित परिवार का कहना है कि प्रशासन की अनदेखी से आहत होकर महिलाओं ने यह कदम उठाया। गैंगरेप पीड़िता बोली- पुलिस मामले को दबाने में लगी…
– रविवार सुबह 3:30 बजे गैंगरेप पीड़िता (ड्राइवर की पत्नी) दुपट्टे से फंदा बनाकर सुसाइड करने जा रही थी। इसी दौरान नमाज के लिए उठे परिजनों की नजर उस पर पड़ गई। परिजनों ने उसे आत्महत्या करने से रोक लिया।
– इस घटना के बाद रविवार दोपहर को घटना में मारे गए स्क्रैप व्यापारी की बहन और भाभी ने छत पर जाकर खुद पर केरोसिन डालकर आग लगाने की कोशिश की। परिजनों ने किसी तरह मान मनौवल कर इन्हें आत्महत्या करने से रोका।
– गैंगरेप पीड़िता (ड्राइवर की पत्नी) ने बताया कि पुलिस मामले को दबाने में लगी है। हमारे साथ रेप की घटना को भी झूठा बता दिया गया। हम बर्बाद हो चुके हैं। अब हमारे पास जान देने के अलावा कोई चारा नहीं बचा है।
क्या है मामला?
– यमुना एक्सप्रेस वे पर 24 मई की रात जेवर से बुलंदशहर जा रही फैमिली से बदमाशों ने लूटपाट की। एक फैमिली मेंबर (पुरुष) की गोली मारकर हत्या कर दी। 4 महिलाओं का आरोप है कि उनके साथ गैंगरेप किया गया। पुलिस ने बताया कि विक्टिम्स की मेडिकल रिपोर्ट का इंतजार है।
– वारदात के दौरान पुलिस से 100 नंबर पर कॉल कर मदद मांगी गई, लेकिन पुलिस वारदात के डेढ़ घंटे बाद मौके पर पहुंची। उस वक्त तक बदमाश घटना को अंजाम दे चुके थे।
पीड़िता ने बताई थी आपबीती: हाथ-पैर बांध दिए, कोई सुनने वाला नहीं था
– पीड़िता ने बताया था, ”बदमाशों ने हथियारों के बल पर हमें बंधक बनाया। जब हमने विरोध किया तो उन्होंने हमारी पिटाई कर दी। सड़क से दूर खेतों में ले जाकर हमें नीचे बैठने को कहा। हमने बदमाशों से कहा, “आपको पैसा, जेवर जो लेना है ले लो, लेकिन हमें छोड़ दो। हमारी इस बात को बदमाशों ने अनसुना कर दिया। बदमाशों ने हमारी ही चुन्नी फाड़कर सभी के हाथ-पैर बांध दिए। इसके बाद जहां हमें बंधक बनाया गया था, वहीं से कुछ दूरी पर एक-एक महिला को उठाकर ले जाने लगे। मेरे देवर ने इसका विरोध किया। उसने तेज-तेज से चिल्ला कर मदद भी मांगी, लेकिन अंधेरा और सुनसान जगह होने की वजह से किसी ने उसकी आवाज नहीं सुनी।”
– ”मेरे देवर को बदमाशों ने पहले डराने के लिए एक गोली जमीन में मारी, इसके बाद भी वो विरोध करता रहा तो गोली मार दी, वो जमीन पर गिर गया। इसके बाद वो जमीन पर तड़पता रहा और दूसरी तरफ बदमाश मेरे साथ रेप करते रहे। थोड़ी ही देर में देवर की मौत हो गई।”
तुम्हारी मां जैसी हूं, छोड़ दो हमें
– पीड़िता ने बताया, ”जब बदमाश हमारा रेप करने जा रहे थे तो हमने उनसे बड़ी मिन्नते कीं। उनसे कहा, “तुम्हें जो चाहिए ले लो। हम घर से भी पैसे लाकर दे देंगे। इसके बाद भी वो नहीं माने। इसके बाद हमने उनके पैर पकड़ लिया। मैंने कहा कि तुम्हारी मां जैसी हूं, छोड़ दो हमें। हम उनसे रहम की भीख मांगते रहे, लेकिन उन्होंने एक न सुनी।”
– ”मैंने बदमाशों को बताया कि कुछ दिनों पहले मेरी बच्चेदानी का ऑपरेशन हुआ है। इसके बाद भी वो लोग नहीं माने। मैंने जब उनसे ये बात बताई तो वो हंसने लगे। मैं दर्द से तड़प रही थी, लेकिन उन्होंने कोई रहम नहीं दिखाया।”