राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के मंत्री बेटे तेज प्रताप यादव आज (8 जून, गुरुवार) सुबह 5 बज कर 7 मिनट पर अपने माता-पिता के पटना स्थित आवास से एक वातानुकुलित बस में बैठकर वृंदावन के लिए रवाना हो गए। उनके काफिले में एक और एयरकंडीशन्ड बस है, जिसमें तेज प्रताप के कुछ बाल सखा और सुरक्षा गार्ड्स हैं। कहा जा रहा है कि स्वास्थ्य मंत्री की यह भक्तिपूर्ण यात्रा राज्य के एक तथाकथित विद्वान पंडित के सुझाव पर आयोजित की गई है। इस दौरान तेजप्रताप वृंदावन में भगवान श्रीकृष्ण की विशेष पूजा-अर्चना करेंगे। कहा जा रहा है कि उनकी यह विशेष पूजा किसी बड़े पद की प्राप्ति के लिये होने वाली है।
पंडित के सुझाव के मुताबिक मन्नत पूरी करने के लिए स्वास्थ्य मंत्री को लगातार 3 दिन तक वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में सुबह-शाम निर्जला रहकर पूजा-पाठ करना होगा। ‘ओम कृष्णाय नमः, ओम वासुदेवाय नमः’ मंत्र भी रंगीन कागज पर लिखकर दिया गया है, जिसका जाप करते हुए उन्हें निर्धारित स्थान पर पहुंचना है लेकिन सूत्रों के अनुसार माता-पिता की नेक सलाह है कि उन्हें शॉर्टकट में पूजा-पाठ खत्म कर 11 जून की दोपहर तक पटना वापस आ जाना है। मालूम हो कि 11 जून को राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव का बर्थ डे है जिसे धूमधाम से मनाने की तैयारी परवान पर है।
सुबह बस में बैठने से पहले तेज प्रताप यादव ने माता-पिता के आवास में स्थापित मंदिर में विधिवत पूजा की, फिर पूर्व मुख्यमंत्री मां राबड़ी देवी का पैर छूकर आशीर्वाद लिया और वचन दिया कि वो हर हाल में 11 जून की दोपहर तक पटना लौट आएंगे। आवास के मेन गेट पर तैनात एक गार्ड ने मुस्कुराते हुए नेपाली टोन में बताया कि ‘‘स्वास्थ्य मंत्री साब पूजा करने आगरा गए हैं, उनके सुरक्षा के लिए फोर्स भी साथ में गया है। कब लौटेंगे मेरे को ये पता नहीं है।’’
पूर्व योजना के अनुसार पंडित को भी साथ में जाना था लेकिन किसी कारणवश वो साथ नहीं जा सके। पर उनकी हिदायत है कि जिस बस में मंत्री यात्रा करेंगे उसमें जूता पहनकर कोई नहीं बैठेगा और न ही रास्ते में कोई मांसाहारी पदार्थ को हाथ लगाएगा और उसका भोग लगाएगा। हालांकि मंत्री के साथ यात्रा कर रहा छात्र राजद का एक नेता बताता है कि ‘‘एक बस में मंत्रीजी स्वयं अकेले यात्रा कर रहे हैं जबकि बाकी लोग दूसरी बस में बैठे हैं। अनुमान है कि आज देर रात हमलोग वृंदावन पहुंच जाएंगे और कल (9 जून) सुबह से पूजा पाठ प्रारम्भ हो जाएगा।’’