पीलीभीत: यूपी के पीलीभीत में एक 9th क्लास के स्टूडेंट का शव पेड़ पर लटका हुआ मिला। छात्र 6 महीने से फीस नहीं जमा कर सका तो उसे स्कूल प्रशासन ने उसे निकाल दिया। सदमे में आकर उसने ऐसा कदम उठाया। पुलिस जांच करने गांव पहुंचती, इससे पहले ही मृतक के घरवालों ने बच्चे का अंतिम संस्कार कर दिया। बताया जा रहा है कि फीस जमा नहीं करने पर बेंच पर एक पीरियड तक एक ही पैर पर खड़ा होने की सजा दी जाती थी।आगे पढ़िए पूरा मामला…
– मामला हजारा थानाक्षेत्र के गांव गौरनिया गांधीनगर का है। यहां 14 साल का रोविन पिता मुन्ना सिंह की मौत के बाद मां लता के साथ रहता था।
– मृतक की मां लता सिंह ने बताया, ”स्कूल की 6 महीने की फीस बकाया थी। सोमवार को बेटे को स्कूल भेजा और कहा कि 25 तारीख तक फीस जमा कर देंगे।”
– ”स्कूल से फोन आया कि ये आपकी गलती है जो फीस टाइम से जमा नहीं की। इसके बाद फोन काट दिया।”
– ”कुछ देर बाद गांववालों से पता चला की बेटे का शव पेड़ पर लटका मिला। सूचना मिलते ही भागते हुए पहुंची।”
– आरोप है कि बेटे को स्कूल प्रशासन ने फीस जमा नहीं होने पर टॉर्चर किया। इसके बाद उसे बाहर निकाल दिया।
– शव को पेड़ से उतारकर पुलिस को सूचना दिए बिना ही लोगों ने अंतिम संस्कार कर दिया गया। सूचना मिलने पर हजारा पुलिस मौके पर पहुंची।
फीस जमा नहीं की तो मिलती थी ऐसी सजा
– स्कूल के स्टूडेंट्स के मुताबिक, फीस जमा करने में देरी होने पर स्कूल प्रबंधन ने सजा देने का नया तरीका अपनाया था। बेंच पर एक पीरियड तक एक ही पैर पर खड़ा होने की सजा दी जाती थी।
– यही नहीं किसी वजह से अगर दूसरा पैर अगर बेंच पर टिक गया, तो सजा का समय बढ़ा दिया जाता था।
– वहीं, स्कूल के प्रबंधक अवधेश कुमार के मुताबिक, फीस बकाया थी। उससे फीस लाने को कहा गया था, लेकिन पिटाई और टॉर्चर जैसी कोई घटना नहीं हुई थी।
क्या कहना है पुलिस का ?
– एडीशनल एसपी रोहित मिश्रा का कहना है, ”सूचना मिलने से पहले ही मृतक के घरवालों ने उसका अंतिम संस्कार कर दिया था। मृतक के परिजनों ने भी कोई तहरीर नहीं दी। हालांकि हमने सम्बंधित थाना इंचार्ज को मामले की जांच के लिए लगा दिया है।”