लखनऊ: यूपी के गोंडा जिले में सीएम योगी की भी नहीं चलती। यही वजह है कि गोंडा एसपी ने सीएम के दिए आदेश को पलटते हुए उन थानेदारों (SHO) को सस्पेंड नहीं किया, जो अवैध खनन कराने में शामिल पाए गए थे। वहीं, डीएम ने आरोपी दो माइनिंग इंस्पेक्टर को सस्पेंड करते हुए लेखपाल पर भी कार्रवाई कर दी है। बता दें, 28 अक्टूबर को एमएलए प्रतीक भूषण सिंह ने जिले में अवैध खनन कराने के लिए पुलिस के वसूली का एक वीडियो फेसबुक पर अपलोड किया था। जिसके बाद हड़कंप मच गया था और सीएम ने कार्रवाई करने के आदेश दिए थे। आगे पढ़िए एसपी ने क्या बताई वजह…
-गोंडा जिले के एसपी उमेश कुमार सिंह ने डीजीपी के आदेशों का हवाला देते हुए लिखा है कि बिना राजस्व टीम के खनन के मामलों में पुलिस को कार्रवाई का अधिकार नहीं है। इसलिए इन थानेदारों को सस्पेंड किया जाना सही नहीं है।
-वहीं, उन्होंने कहा है कि यदि 22 नवंबर को होने वाले नगर निकाय चुनाव में एकाएक तीन इंस्पेक्टर हटा दिया जाएगा तो इसपर असर पड़ सकता है।
डीएम ने कहा-मैंने दो खनन इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया है
-डीएम जेबी सिंह ने कहा, ”मैंने शासन के निर्देश पर दोनों खनन इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया है। एसडीएम के खिलाफ विभागीय कार्रवाई हो गई है। बाकी आरोपी पुलिसकर्मी पर जो कार्रवाई होनी है वो एसपी को करनी है।”
एमएलए ने की थी शिकायत, तब हुई थी कार्रवाई
-बता दें, गोंडा से बीजेपी विधायक प्रतीक भूषण सिंह ने अवैध खनन के बदले रिश्वत लेते पुलिस के जवानों का वीडियो फेसबुक पर अपलोड कर दिया था।
-विधायक के वीडियो अपलोड करते ही हड़कंप मच गया। मामला सीएम योगी आदित्यनाथ तक पहुंचा तो प्रभारी निरीक्षक कोतवाली करनैलगंज सदानन्द सिंह, प्रभारी निरीक्षक कोतवाली नबाबगंज वेद प्रकाश श्रीवास्तव और एसओ उमरी बेगमगंज मनोज राय को सस्पेंड करने का आदेश जारी हो गया।
-पुलिस महानिरीक्षक स्थापना एसबी शिरोडकर ने बाकायदा डीजी मुख्यालय से 2 नवंबर को इन तीनों थानेदारों को सस्पेंड करने का आदेश जारी कर दिया।
जिले के सत्तारूढ़ नेताओं से हो रहा विवाद
-गोंडा से विधायक प्रतीक भूषण ने जो वीडियो अपलोड किया था। उसमें यूपी 100 के जवानों को वसूली करते दिखाया गया था। इस वीडियो में दिखे पुलिस हेड कॉन्स्टेबल, कॉन्स्टेबल और ड्राइवर को सस्पेंड कर दिया गया है।
-एसपी गोंडा उमेश कुमार सिंह ने बताया, बिना राजस्व की टीम के चेकिंग करने वाले तीनों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है।
-इससे पहले राजस्व की टीम के साथ मिलकर पुलिस ने अवैध खनन खिलाफ बड़ी कार्रवाई की थी। इसी के बाद से सत्ताधारी दल से जुड़े नेताओं को एसपी से विवाद हो गया था।
इन जिलों में हो चुका है नौकरशाह से विवाद
-यूपी में सत्ता में आने के बाद सहयोगी दलों और भाजपा नेताओं से नौकरशाहों का अक्सर विवाद हो जा रहा है।
-गाजीपुर में मंत्री ओमप्रकाश राजभर का तत्कालीन डीएम गाजीपुर संजय कुमार खत्री से विवाद हुआ। डीएम को हटाए जाने के बाद विवाद खत्म हुआ।
-केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल का डीएम इलाहाबाद संजय कुमार और एसएसपी इलाहाबाद आनंद कुलकर्णी से विवाद हुआ।
-अमेठी के मयंकेश्वर शरण सिंह एमएलए की सुनवाई उनके ही विधानसभा क्षेत्र में नहीं हो रही थी। यह मामला जब सीएम योगी के पास पहुंचा, तब एसपी अमेठी रही पूनम को हटाया गया।
सत्ता बदलते ही सीबीआई जांच हुई धीमी
-जनहित याचिका पर जुलाई 2016 को हाईकोर्ट इलाहाबाद बेंच ने अवैध खनन को लेकर सीबीआई जांच के आदेश दिए थे।
-इसके बाद मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा।सुप्रीम कोर्ट से जांच की हरी झंडी मिलने के बाद जांच फिर शुरू हुई।
-यूपी में कुछ दिन तो सीबीआई की जांच तेज होते हुए कई लोगों के खिलाफ कार्रवाई हुई, लेकिन सत्ता बदलने के बाद जांच की गति धीमी हो गई।
-बताया जाता है कि शुक्रवार को हाई कोर्ट बेंच ने इस मामले में सीबीआई के जांच अधिकारियों पर सवाल उठाते हुए फटकार भी लगाई हैं।
संकल्प पत्र में था खनन पर कार्रवाई का उल्लेख
-बता दें, विधानसभा चुनाव से पहले जारी भाजपा के लोक कल्याण संकल्प पत्र में भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम का उल्लेख है।
– इसमें साफ कहा गया है कि अवैध खनन को पूरी तरह से समाप्त करने के लिए सुदृढ़ खनन नीति की रचना की जाएगी और एक स्पेशल टास्क फोर्स का गठन कर अब तक के अवैध खनन में लिप्त दोषियों को दंडित किया जाएगा।
क्या है योगी सरकार की नई खनन नीति
-30 मई 2017 को योगी सरकार ने नई खनन नीति को मंजूरी दी थी। प्रदेश के कुल राजस्व में खनन की हिस्सेदारी 1.8 प्रतिशत से बढ़ाकर 3 प्रतिशत कर दी गई है।
-सरकार खनिजों की निकासी पर अब 1 फीसदी अतिरिक्त सेस भी वसूलेगी। सरकार ने खनन की मियाद भी बढ़ा दी है।
-सरकार ने दावा किया था कि 3 महीने में तीन गुना तक बढ़ चुकीं बालू, मौरंग और गिट्टी की कीमतों में अगले हफ्ते से कमी आने लगेगी।
-ई-टेंडरिंग की प्रक्रिया फाइनल होने और 23 पट्टों को पर्यावरण क्लियरेंस मिलने के बाद इन खदानों से खनन शुरू हो जाएगा।
-उम्मीद की जा रही है कि अगले 2 हफ्तों में 61 जिलों से बालू, मौरंग का खनन शुरू होने की उम्मीद है।