योगी सरकार द्वारा किसानों की कर्ज माफी के ऐलान से रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया टेंशन में आ गया है। गौरतलब है कि यूपी में योगी सरकार ने अपनी पहली कैबिनेट की बैठक के बाद एक लाख रुपये तक का कर्ज लिए किसानों का कर्ज माफ कर दिया था।इसके बाद देश के अन्य राज्यों में भी किसानों के कर्ज माफी की मांग शुरू हो गई है। सरकार के इस फैसले से आरबीआई घबरा गया है और उसने रेपो रेट में बदलाव नहीं करने को इसे बड़ा कारण बताया है।
योगी ने किया था 36 हजार करोड़ से ज्यादा का कर्ज माफ
योगी सरकार ने यूपी के किसानों का जो कर्ज माफ किया था वो करीब 36.359 करोड़ रुपये का है। सरकार के फैसले से जहां प्रदेश के किसान खुश हैं, वहीं आरबीआई के गर्वनर उर्जित पटेल इससे खुश नहीं है।
पटेल ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा इस तरह के फैसले लेने से कर्ज की अदायगी करने वाले लोग खुश नहीं होते हैं और इससे क्रेडिट अनुशासन बिगड़ता है। इससे बैंकों की तरलता पर भी असर पड़ता है। पटेल ने कहा कि इससे बैंक आगे कर्ज देने से बचेंगे।
बढ़ सकती है महंगाई
पटेल ने कहा कि कर्ज माफी से बैंकों के पास पूंजी नहीं बचती है, जिससे वो आगे किसी अन्य जरुरतमंद को कर्ज दे सकें। इससे महंगाई के बढ़ने की भी आशंका रहती है, क्योंकि जब मार्केट में पैसा नहीं होगा तो लोग उससे कच्चा माल कैसे खरीदेंगे।
अभी पूरे देश में बैंकों का 86 हजार करोड़ से अधिक रुपया केवल खेती में कर्ज के तौर पर फंसा हुआ है, जिसे वापस लेना बैंकों के लिए टेड़ी खीर साबित हो रहा है। अगर कर्ज लेने वाले व्यक्ति आगे भी ऐसे ही सोचता रहा कि कर्ज ले लो और चुकाना नहीं पड़ेगा, तो वो बैंकों से और कर्ज लेगा, जिससे बैंकों पर काफी दबाव बना रहेगा।