तीन तालक का मुद्दा देशभर में चर्चा का विषय बना हुआ है। अपने पतियों द्वारा स्पीड पोस्ट, वहाट्सअप, ई-मेल और अन्य कई तरीकों से अचानक तीन तलाक कह देने से मुस्लिम महिलाओं का गुस्सा और ज्यादा फूटने लगा है और अब वे तीन तलाक के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान से जुड़ने लगी हैं। शादी के 6 साल बाद पति द्वारा स्पीड पोस्ट के जरिए तलाक मिलने के बाद उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले की रहने वाली 25 वर्षीय गुलफशा बानो पूरी तरह से टूट गई है। बानो ने पुलिस में शिकायत की लेकिन उसकी किसी ने न सुनी, जिसके बाद न्याय पाने के लिए इस तीन तलाक की प्रथा के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान से जुड़ गई है।
बानो ने बताया कि वह एक बहुत ही गरीब परिवार से ताल्लुक रखती है और उसकी इस्राइल के साथ साल 2012 में शादी हुई थी। बानो ने कहा कि शादी में उसके परिजनों ने अपनी पूरी जमा पूंजी लगा दी थी। इसी के साथ इस्राइल के परिवार को उन्होंने एक लाख रुपए, सोने और चांदी के गहने भी दहेज के तौर पर दिए थे। बानो ने बताया कि वह उस समय अपने परिजनों के घर पर थी, जब इस्राइल ने स्पीड पोस्ट के जरिए उसे तलाक भेजा। बानो ने इस्राइल से तलाक का कारण जानने की काफी कोशिश की लेकिन किसी ने उसे कुछ नहीं बताया। इसके बाद बानो को सूचना मिली की इस्राइल किसी अन्य महिला के साथ शादी कर रहा है। बानो ने इसकी शिकायत स्थानीय पुलिस थाने में की लेकिन किसी भी अधिकारी ने उसकी एक न सुनी। बानो का कहना है कि वह अपने और अपने तीन साल के बेटे के लिए न्याय चाहती है। उसने कहा कि उसका पति और ससुरालवाले उसे और उसके बेटे को इस तरह अचानक नहीं छोड़ सकते।
आपको बता दें कि यूपी के बरनाल पुलिस थाने में तैनात कांस्टेबल इस्राइल बैग ने पिछले साल सितंबर में स्पीड पोस्ट के जरिए बानो को तलाक दे दिया था। टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक बानो ने इस्राइल पर आरोप लगाया है कि वह बानो के परिवार से पैसों और एक मोटरसाइकल की काफी समय से मांग कर रहा था। बानो का परिवार उसकी मांग को पूरा करने में असमर्थ था जिसके कारण इस्राइल ने बानो को तलाक दे दिया। बानो ने इसकी शिकायत स्थानीय पुलिस थाने में दर्ज कराई लेकिन उसकी किसी ने न सुनी। इसके बाद बानो सोमवार को उच्च पुलिस अधिकारी सुजीत पांडे से मिली और आपबीती सुनाई। इस मामले पर बात करते हुए पांडे ने कहा किसी भी प्रकार की कार्रवाई करने से पहले हम केस से जुड़े तथ्यों की जांच करेंगे।