उत्तर प्रदेश में आयोजित इन्वेस्टर्स समिट में राज्यसभा सदस्य अमर सिंह भी नजर आए। अखिलेश यादव की हुकूमत के बाद से वे समाजवादी पार्टी से बाहर चल रहे हैं। इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित इस समिट में अमर सिंह की मौजूदगी ने सियासी गलियारे में अटकलों को जन्म दिया है। उनके निकट भविष्य में बीजेपी से जुड़ने की चर्चा शुरू हो गई है। खास बात है कि योगी सरकार के कई मंत्री भी अमर सिंह से हाथ मिलाकर गर्मजोशी से स्वागत करते नजर आए।
बताया जा रहा है कि राज्यसभा सदस्य अमर सिंह को समिट में हिस्सा लेने के लिए योगी सरकार की ओर से खासतौर से आमंत्रित किया गया था। अमर सिंह की बीजेपी से नजदीकी कई मौकों पर दिखी है। वे अक्सर नरेंद्र मोदी की कई मंचों से तारीफ कर चुके हैं। यूपी और गुजरात चुनाव से पहले भी उन्होंने भाजपा के पक्ष में वोट करने की अपील की थी।
बता दें कि यूपी में मुलायम सिंह यादव की सरकार में अमर सिंह उद्योग परिषद के अध्यक्ष रहे। उस वक्त देश के कई उद्योगपतियों को उन्होंने यूपी में कल-कारखाने लगाने के लिए आमंत्रित किया था। उद्योग जगत में अमर सिंह की मजबूत दखल मानी जाती है। कई उद्योगपतियों से उनके रिश्ते किसी से छुपे नहीं है। कई मौकों पर वे उनके साथ नजर भी आते हैं। उद्योग परिषद का अध्यक्ष रहते हुए उन्होंने यूपी में कल-कारखानों के लिए कुछ उद्यमियों को रियायतें भी दी थीं। हालांकि, बाद में मुलायम सिंह यादव से रिश्ते में खटास आने के बाद पार्टी छोड़ दी थी। बाद में उनकी वापसी हुई और राज्यसभा सदस्य बने। फिर जब अखिलेश यादव के हाथ में पार्टी की बागडोर आई तो उन्हें फिर से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। तब अखिलेश यादव ने इशारों ही इशारों में अमर सिंह पर पार्टी और परिवार में फूट डालने का आरोप लगाया था। यूपी इन्वेस्टर्स समिट में देश के नामी-गिरामी उद्योगपतियों के बीच अमर सिंह की मौजूदगी ने सबको चौंका दिया है। सियासी गलियारे में चर्चा शुरू हो गई है क्या अमर सिंह भविष्य में बीजेपी से जुड़ेंगे या फिर पर्दे के पीछे रहकर पार्टी के लिए काम करेंगे।