आम आदमी पार्टी के नेता आशुतोष ने राज्यसभा में बीजेपी अध्यक्ष और सांसद अमित शाह के पहले भाषण पर तीखा व्यंग्य किया है। आशुतोष ने कहा है कि आज (5 फरवरी) अमित शाह ने राज्यसभा में कहा कि ‘बेरोजगारी से अच्छा है युवा पकौड़े बेचे’। आशुतोष के मुताबिक वह अमित शाह की इस ईमानदारी के कायल हो गये हैं। आशुतोष का मानना है कि अमित शाह ने आज यह स्वीकार कर लिया है मोदी सरकार युवाओं को रोजगार देने में नाकाम रही है। आशुतोष ने तंज कसते हुए कहा कि अच्छा होता अमित शाह ये भी बताते कि धनिया बेचकर युवा कैसे करोड़ों कमा सकता है। आशुतोष ने ट्वीट किया, “बेरोज़गारी से अच्छा है युवा पकौड़े बेचे ।” अमित शाह का प्रशंसक नहीं हूँ लेकिन आज उनकी ईमानदारी का क़ायल हो गया।
संसद में माना कि मोदी सरकार रोज़गार देने में नाकाम रही, इसलिये युवा पकौड़े बेच रहे है। अच्छा होता वो ये भी बताते कि धनिया बेचकर युवा कैसे करोड़ों कमा सकता है।” बता दें कि अमित शाह ने सोमवार को संसद के उच्च सदन में लंबा भाषण दिया। अमित शाह ने राज्यसभा में राष्ट्रपति अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव को पेश करते हुए विपक्ष और कांग्रेस नीत पुरानी सरकारों पर तीखे कटाक्ष और प्रहार किये वहीं अंत्योदय योजना, जनधन योजना, उज्ज्वला योजना, प्रत्यक्ष लाभ अंतरण, स्वच्छता एवं शौचालय निर्माण, ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली पहुंचाने, सौभाग्य योजना, बीमा योजना सहित मोदी सरकार की तमाम योजनाओं की फेहरिस्त गिनाते हुए उनकी आलोचनाओं का जवाब दिया।
इस दौरान अमित शाह ने पीएम मोदी के उस बयान का भी जिक्र किया जिसमें उन्होंने युवाओं द्वारा पकौड़े बेचने को रोजगार का एक जरिया बताया था। अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस के नेता पी चिदंबरम पकौड़े बेचने वालों की तुलना भिक्षुकों से करते हैं, लेकिन पकौड़ा बनाना शर्म की बात नहीं है। अमित शाह ने कहा कि वह और उनकी पार्टी सभी काम को गरिमा की दृष्टि से देखती है। अमित शाह ने कहा कि पकौड़ा बेचना शर्म की बात नहीं है, लेकिन जो लोग इसकी तुलना भिखारियों से करते हैं वो जरूर शर्म की बात है। शाह ने राज्यसभा में कहा कि अगर कोई शख्स आज पकौड़ा बेचता है तो उसकी अगली पीढ़ी बिजनेसमैन बनेगी। उन्होंने कहा कि चाय बेचने वाले का बेटा आज इस देश का प्रधानमंत्री बनकर सदन में मौजूद है।