बाराबंकी: संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावत’ को लेकर देशभर में करणी सेना विरोध कर रही है। खास बात ये है कि अब इस फिल्म के विरोध में मुस्लिम समुदाय के लोग भी सड़कों पर उतर गए हैं। मंगलवार को बाराबंकी में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने विरोध प्रदर्शन कर संजय लीली भंसाली का पुतला फूंका और मुर्दाबाद के नारे लगाए। प्रोस्टेट कर रहे लोगों का कहना था कि हम हिंदुस्तान की नारी का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं। आगे पढ़िए क्या कहते हैं मुस्लिम समुदाय के लोग…
-फिल्म का विरोध कर रहे रजा कासिम ने कहा, ”फिल्म पद्मावत में भारतीय सनातन धर्म की एक रानी के चरित्र पर सवाल उठाए गए हैं। इतिहास के साथ छेड़छाड़ किया गया है, जिसे कोई भी भारतीय बर्दाश्त नहीं कर सकता।”
-उन्होंने कहा, ”बाराबंकी के मुसलमानों ने ये तय किया है कि किसी भी हालत में इस फिल्म को यहां चलने नहीं दिया जाएगा। इसके लिए हमारी जान ही क्यों न चली जाए।”
करणी सेना ने सोमवार को की थी सीएम योगी से मुलाकात
-राजपूत करणी सेना के प्रमुख लोकेंद्र सिंह कालवी और उनके साथियों ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। इसके बाद कालवी ने कहा, बाकी राज्यों की तरह यूपी सरकार भी चिंतित है। योगी ने गंभीरता से हमारी बात सुनी। उन्हें इस मुद्दे की संवेदनशीलता की जानकारी है।
-उन्होंने कहा, अगर भंसाली फिल्म दिखाना चाहते हैं तो इसके लिए तैयार हैं। 25 जनवरी को जनता ने कर्फ्यू लगाया है, हम भारत बंद नहीं चाहते। बता दें, सुप्रीम कोर्ट और सेंसर बोर्ड से हरी झंडी मिलने के बाद पद्मावत 25 तारीख को रिलीज होगी।
फिल्म को लेकर विवाद क्या है?
– राजस्थान में करणी सेना, बीजेपी लीडर्स और हिंदूवादी संगठनों ने इतिहास से छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। राजपूत करणी सेना का मानना है कि इस फिल्म में पद्मिनी और खिलजी के बीच सीन फिल्माए जाने से उनकी भावनाओं को ठेस पहुंची।
– फिल्म में रानी पद्मावती को भी घूमर डांस करते दिखाया गया है। जबकि राजपूत राजघरानों में रानियां घूमर नहीं करती थीं। हालांकि, भंसाली साफ कर चुके हैं कि ये ड्रीम सीक्वेंस फिल्म में है ही नहीं।