लखनऊ: पद्मावती मूवी के रिलीज पर हंगामा होने की आशंका के चलते बुधवार को डीजीपी सुलखान सिंह ने एक इमरजेंसी मीटिंग बुलाई। इस मीटिंग में डीजीपी ने सभी जिले के एसपी-एसएसपी को निर्देश दिए गए कि किसी भी जगह हंगामा होने या फिर बवाल फैलने पर उन उपद्रवियों से सख्ती से निपटा जाए। दो घंटे चली बैठक, अलर्ट जारी…
– यूपी के सभी आईजी रेंज, एडीजी ज़ोन को भी जिले में निगरानी करने के निर्देश दिए गए हैं। दो घंटे तक चली इस बैठक के दौरान एडीजी एलओ आनंद कुमार, आईजी एलओ समेत कई डीजीपी मुख्यालय के अधिकारी मौजूद रहे। एक दिसंंबर को पूरे देश संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती रिलीज हो रही है।
मल्टीप्लेक्स में रहेगी विशेष व्यवस्था
– राजधानी लखनऊ समेत यूपी के बड़े शहरों में बने मल्टीप्लेक्स के बाहर अतिरिक्त फोर्स तैनात की जाएगी। इसको लेकर अतिसंवेदनशील शहरों में अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात करने के लिए पीएससी बल भेजा जाएगा।
डीजीपी मुख्यालय से रखी जाएगी निगरानी
– डीजीपी हेडक्वार्टर से इसकी निगरानी रखी जाएगी। आईजी (एलओ) एचआर शर्मा को मॉनिटरिंग करने के लिए कहा गया हैं। रिलीज से एक दिन पहले ही सिनेमाहालों और मल्टीप्लेक्स की सुरक्षा बढ़ा दी जाएगी।
कैसे शुरू हुआ पद्मावती फिल्म पर विवाद?
– राजपूत करणी सेना इसका विरोध कर रही है। इसकी शुरुआत राजस्थान में शूटिंग के वक्त हुई थी। सेना का मानना है कि इस फिल्म में पद्मिनी और खिलजी के बीच इंटीमेट सीन फिल्माए जाने से उनकी भावनाओं को ठेस पहुंची है, जिसके चलते काफी समय से इसका विरोध हो रहा है। शूटिंग के वक्त राजपूत करणी सेना ने कई जगह प्रदर्शन किया था और पुतले फूंके थे।
फिल्म डायरेक्टर का स्टैंड क्या है?
– पद्मावती का विरोध होने के बाद डायरेक्टर संजय लीला भंसाली ने कहा था कि इस फिल्म में ऐसा कुछ नहीं है, जिसे लेकर विरोध किया जा रहा है। पिछले दिनों एक कलाकार ने पद्मावती की रंगोली बनाई, लेकिन कुछ लोगों ने ये रंगोली बिगाड़ दी। इसके बाद फिल्म में पद्मावती का किरदार निभा रही दीपिका पादुकोण ने इन्फॉर्मेशन एंड ब्रॉडकास्टिंग मिनिस्टर स्मृति ईरानी को टैग करते हुए ट्वीट किया था कि इस तरह की घटनाओं पर एक्शन लिया जाना चाहिए।
SC ने याचिका की है खारिज
सुप्रीम कोर्ट ने पद्मावती फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने की मांग संबंधी पिटीशन खारिज कर दी है। कोर्ट ने कहा कि सेंसर बोर्ड ने अभी इस फिल्म को सर्टिफिकेट जारी नहीं किया है। वह एक इंडिपेंडेंट बॉडी है, इसलिए सुप्रीम कोर्ट को उसके अधिकार क्षेत्र (jurisdiction) में दखल नहीं देना चाहिए। बता दें कि संजय लीला भंसाली के डायरेक्शन और दीपिका पादुकोण के लीड रोल वाली इस फिल्म का विरोध किया जा रहा है। राजस्थान में करणी सेना, बीजेपी लीडर्स और हिंदूवादी संगठनों ने इतिहास से छेड़छाड़ का आरोप लगाया है।