योगी आदित्यनाथ के गृह क्षेत्र गोरखपुर में एक चर्च में हो रही प्रार्थना सभा को पुलिस ने हिन्दू युवा वाहिनी की शिकायत के बाद रुकवा दिया। इस प्रार्थना सभा में 11 अमेरिकी पर्यटकों सहित 150 लोग शामिल थे। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के भगवा संगठन हिन्दू युवा वाहिनी ने शिकायत की थी कि यहाँ प्रार्थना सभा की आड़ में धर्मांतरण कराया जा रहा है।
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार हिन्दू महासभा ने महराजगंज के दतौली पादरी के खिलाफ शिकायत भी दर्ज करवाई थी कि वह हिन्दुओं का ईसाई धर्म में परिवर्तन करवा रहे हैं। पुलिस अधिकारी आनंद कुमार शर्मा का कहना है कि प्रार्थना सभा के लिए कोई अनुमति नहीं लेनी पड़ती है लेकिन शिकायत के बाद प्रार्थना सभा को रोका गया।
उन्होंने कहा अभी इस पर जाँच चल रही है और इसमें अगर कोई दोषी पाया जाता है तो उस पर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस अधिकारियों ने अमेरिकी पर्यटकों के वीजा और अन्य कागजात देखने के बाद उन्हें छोड़ दिया। हिंदू युवा वाहिनी नेता कृष्ण नंदन का कहना है कि यहाँ अमेरिकी नागरिकों की मौजूदगी यह बताती है कि मिशनरियों द्वारा निर्धन और अशिक्षित हिंदुओं को पैसा देकर धर्म परिवर्तन करवाया जाता है।
चर्च ने धर्मांतरण के आरोपों को ख़ारिज कर दिया, पादरी एडम का कहना है कि ये आरोप एकदम आधारहीन हैं, लोग स्वेच्छा से प्रार्थना सभा में हिस्सा ले रहे थे। गौरतलब है कि हिन्दू वाहिनी का ईसाई मिशनरियों से लम्बे समय से विवाद चल रहा है। इसी साल हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने गोरखपुर में फुल गॉस्पेल चर्च पर हमला किया था, जिसमें उन्होंने धर्मांतरण के आरोप लगाए थे।