फेसबुक पोस्ट को लेकर विवादों में घिरे बरेली के डीएम राघवेंद्र विक्रम सिंह के मामले को गंभीरता से लेते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को लखनऊ में तलब किया है. जहां सीएम योगी के सामने कासंगज के मामले में पोस्ट की गई विवादित पोस्ट पर सफाई देंगे. सीएम की नाराजगी के बाद गृह विभाग ने डीएम राघवेंद्र विक्रम सिंह पर जांच के आदेश दिए हैं.
वहीं मामला तूल पकड़ने के बाद डीएम बरेली ने फेसबुक पर अपनी सफाई पेश कर चुके है. साथ ही उन्होंने अपनी पूर्व की पोस्ट से किसी के आहत होने पर माफी मांगी है. लेकिन मामला सीएम तक पहुंचे के कारण अब उनको अपनी सफाई योगी के सामने देनी होगी. सूत्रों की मानें तो सरकार उनपर कड़ी कार्रवाई भी कर सकती हैं.
मामला सामने आने के बाद बरेली डीएम ने सफाई देते हुए लिखा है कि उनकी पोस्ट बरेली में कांवड़ यात्र के दौरान आई कानून व्यवस्था की समस्या को लेकर थी. उन्हें उम्मीद थी कि इस पर स्वस्थ चर्चा होगी लेकिन ये दुर्भाग्य है कि इसे अलग ही मोड़ दे दिया गया. उन्होंने कहा कि हम चर्चा इसलिए करते हैं ताकि हम बेहतर हो सकें. ऐसा लगता है कि इससे बहुत से लोगों को आपत्ति भी है और तकलीफ भी.
उन्होंने कहा कि हमारी मंशा कोई कष्ट देने की नही थी. बता दें कि कासगंज सांप्रदायिक हिंसा को लेकर बरेली के डीएम राघवेंद्र विक्रम सिंह की फेसबुक पोस्ट के बाद नया विवाद खड़ा हो गया. राघवेंद्र विक्रम सिंह ने फेसबुक पर तिरंगा यात्रा को लेकर विवादित पोस्ट लिखी. डीएम ने लिखा है, ‘अजब रिवाज बन गया है. मुस्लिम मौहल्लों में ज़बरदस्ती जलूस ले जाओ और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाओ. क्यों भाई वे पकिस्तानी हैं क्या? यही यहां बरेली में खैलम में हुआ था. फिर पथराव हुआ, मुकदमे लिखे गए.
इससे पहले योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वे राज्य में किसी भी तरह के भ्रष्टाचार और अराजकता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि राज्य के हर नागरिक को सुरक्षा प्रदान करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है और अराजकता फैलाने वालों से सख्ती से निपटेंगे.