मिशन 2019 की तैयारी कर रहे राजनीतिक दलों के बीच कांग्रेस के बड़े नेता की भूमिका बदलने की सूचना आ रही है। कांग्रेस की प्रदेश राजनीति में बदलाव का यह संकेत नए अभियान की ओर बढ़ने का संकेत देता है। समझा जाता है कि उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राज बब्बर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उनका इस्तीफा अभी स्वीकार होने की पुष्टि अभी नहीं हुई है। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस का नया प्रदेश अध्यक्ष ब्राह्मण चेहरा हो सकता है। हालांकि राहुल गांधी की ओर से युवा पीढ़ी को नेतृत्व देने की बात कही जाती रही है। अब आगे प्रदेश का नेतृत्व किसके हाथ होगा यह फैसला तो कांग्रेस हाईकमान करेगा। ऐसे में इस्तीफा स्वीकार होने तक राजबब्बर प्रदेश कांग्रेस को नेतृत्व देते रहेंगे।
ट्विटर पर कवि केदारनाथ सिंह को श्रद्धासुमन देते राजबब्बर का अंदाज दे रहा कुछ संकेत
अंत में मित्रों,
इतना ही कहूंगा
कि अंत महज एक मुहावरा है
जिसे शब्द हमेशा
अपने विस्फोट से उड़ा देते हैं ….
उनकी ऐसी पंक्तियां उन्हें कहां हमसे दूर होने देंगी । कविवर केदारनाथ सिंह जी को विनम्र श्रद्धांजलि
नई पीढ़ी को मिल सकती जगह
सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस का नया प्रदेश अध्यक्ष ब्राह्मण चेहरा या नई पीढ़ी से होने की उम्मीद है।। इसके लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद, पूर्व सांसद राजेश मिश्र और पूर्व विधायक ललितेशपति त्रिपाठी का नाम चर्चा में है। यहां यह भी चर्चा है कि एक अध्यक्ष और चार उपाध्यक्षों की तैनाती एक साथ कांग्रेस करेगी। चारों उपाध्यक्षों को अलग-अलग क्षेत्रों का प्रभार दिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस महाअधिवेशन में अध्यक्ष राहुल गांधी के भाषण से प्रेरित होकर गोवा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शांताराम नाइक ने इस्तीफा दे दिया है। हालांकि संकेतों के मुताबिक यदि युवा पीढ़ी को नेतृत्व देने वाली बात में दम नजर आती हो तो नाम और सीमित हो जाएंगे।