Thursday, November 21, 2024
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मऊ प्रभारी मंत्री के शरण में पहुंचे मऊ खाद्य एवं रसद विभाग के भ्रष्टाचारी

SI News Today

Corrupt officers of the food and supply department of Mau under the asylum of Mau minister.

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“मान ना मान मै तेरा मेहमान “
असल में ये वाकया तब घटित हुआ जब बिन बुलावे के, बिना किसी निमंत्रण के मऊ जनपद के जिलापूर्ति अधिकारी नरेंद्र तिवारी और उनके मातहत कार्यरत पूर्ति निरीक्षक शैलेंद्र सागर भी मऊ जिले के प्रभारी मंत्री नन्द गोपाल नंदी के एक निजी घरेलु कार्यक्रम मौजूद दिखाई दिए।

आप सब को बताते चले कि मऊ के प्रभारी मंत्री नन्द गोपाल नंदी के मऊ दौरे के समय खाद्य एवं रसद विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ शिकायत पर मंत्री जी ने फटकार लगाते हुए ,कार्यवाही व् निलंबन की चेतावनी दी थी।कार्यवाही से बचने के लिए मऊ जिला पूर्ति अधिकारी नरेंद्र तिवारी और पूर्ति निरीक्षक शैलेंद्र सागर को मंत्री जी के निजी कार्यक्रम में उपस्थित होकर जी हुजूरी करते हुए पैर पकड़ कर नौकरी की दुहाई मांगी। जिसका वीडियो सोशल मीडिया में लीक होने पर लोग इस बिन बुलावे के उपस्तिथि पर तरह तरह के कयास लगा रहे है।

इससे पहले आपको ज्ञात हो कि उत्तर प्रदेश का मऊ जिला खद्यान्न गड़बड़ी के लिए पिछले कई महीनों से लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। मऊ जिले के खाद्य एवं आपूर्ति विभाग में तैनात जिलापूर्ति अधिकारी नरेंद्र तिवारी और पूर्ति निरीक्षक नगर पालिका मऊ ने भ्रष्टाचार की नई परिभाषा गढ़ते हुए आधार ऑथेंटिकेशन में भारी फेरबदल कर बिहार का आधार कार्ड चढ़ाकर धांधली करके नगर पालिका परिषद मऊ में सरकार के राजस्व को करोड़ो का चूना लगाया जा रहा है।

दोनों ही मौजूदा अधिकारियो पर भ्रष्टाचार के घोर आरोप हैं और जैसे ही उन्हें मंत्री के घर कार्यक्रम आयोजन का पता चला अपनी बिन बुलावे के उपस्तिथि दर्ज कराकर खुद को कार्यवाही से बचने की जुगाड़ में लग गए। और गौरतलब बात यह है कि प्रभारी मंत्री की कार्यवाही के बाद भी उत्तर प्रदेश शासन और मऊ जिला प्रशासन मूक दर्शक बना हुआ है और अभी तक कार्यवाही के नाम पर कुछ भी नही किया है।

आपको यह जानकर हैरानी व् आश्चर्य भी होगा कि इतने व्यापक स्तर पर हुए घोटालों में आज तक मऊ जनपद का नाम तक नहीं आया है अगर कभी कोई शिकायत होती भी है तो उसकी जाँच जिलापूर्ति अधिकारी नरेंद्र तिवारी और उनके भ्रष्ट कर्मचारियों के धन-बल और रसूख के आगे बौनी साबित होती है। इस भ्रष्टाचार के मामले को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं ने खाद्य एवम रसद मंत्री अतुल गर्ग से लेकर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य तक को शिकायत पत्र सौंपा है लेकिन उस पर आजतक कोई भी कार्यवाही नहीं हुई है।

जहाँ मुख्यमंत्री योगी और प्रधानमंत्री मोदी भ्रष्ट अधिकारियों और कर्मचारियों की सफाई करते हुए जबरदस्ती सेवानिवृति कर देश -प्रदेश को भ्रष्टाचारमुक्त करने में लगे है वही मऊ के भ्रष्ट अधिकारी जगह जगह मत्था टेक कर खुद को बचाने की पुरजोर कोशिश कर रहे हैं। वैसे उस कार्यक्रम में पहुँच कर द्वय अधिकारियों ने अपना कितना हित साधा और मंत्री जी द्वारा की गयी कार्यवाही से खुद को कितना बचा पाएंगे, ये तो अभी भविष्य के गर्भ में है।

SI News Today

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