Drone cameras will remain on devotees during this Shravan Shivratri / Kawad Mela period.
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प्रमुख सचिव, गृह उ0प्र0 एवं पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 द्वारा श्रावण शिवरात्रि के दौरान शान्ति एवं कानून व्यवस्था बनाये रखने के सम्बन्ध में आज दिनांक 20-07-2018 को समय 11.00 बजे आयुक्त सभागार, मेरठ में गोष्ठी आयोजित की गयी। गोष्ठी में हरियाणा, उत्तराखण्ड, राजस्थान, दिल्ली राज्यों के अधिकारियों एवं उ0प्र0 के मेरठ मण्डल, सहारनपुर मण्डल एवं मुरादाबाद मण्डल के पुलिस/प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा भाग लिया गया।
इस वर्ष श्रावण मास दिनांक 28-07-2018 से प्रारम्भ हो रहा है तथा श्रावण शिवरात्रि/कॉवड मेला का मुख्य पर्व दिनांक 09-08-2018 को मनाया जायेगा। इस अवधि में जनपद के अतिरिक्त बाहरी प्रान्तों से भी लाखों की संख्या में कॉवडियों का आवागमन निरन्तर बना रहेगा।
गोष्ठी के दौरान निम्नांकित निर्देश दिये गये :-
1. कॉवड़ मार्गों पर ड्रोन कैमरे लगवाएं जाय। जिन जनपदों में कैमरे उपलब्ध नहीं हैं, कैमरे क्रय कर लिये जाये अथवा किराये पर ले लिये जाय।
2. विगत वर्षों में कॉवड़ के दौरान जिन-जिन स्थानों पर कोई समस्या/विवाद उत्पन्न हुआ था, उन्हें भौतिक रूप से देख लिया जाय और उनका निराकरण कराया जाय। सुनिश्चित करें कि इस वर्ष कोई समस्या उत्पन्न न होने पाये।
3. गंगनहर सड़क के किनारे प्रकाश की उचित व्यवस्था की जाय।
4. पुलिस व प्रशासनिक अधिकारीगण संयुक्त रूप से कॉवड़ मार्ग का भ्रमण कर लें। यदि कहीं कोई समस्या हो तो उसका तत्काल निराकरण करायें।
5. थाना, सर्किल एवं जनपद स्तर पर शान्ति समिति की गोष्ठी कर ली जाय, जिसमें सभी जाति एवं धर्मों के प्रतिष्ठित एवं अन्य सम्भ्रांत लोगों को सम्मिलित किया जाय और कॉंवड़ यात्रा के दौरान उनका सहयोग लिया जाय। यदि जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक स्तर पर गोष्ठी किया जाना सम्भव न हो तो एस0डी0एम0 एवं क्षेत्राधिकारी के स्तर पर शान्ति समिति की गोष्ठी अवश्य कर ली जाय।
6. शान्ति समिति की गोष्ठी में यह भी स्पष्ट किया जाय कि जो लोग पण्डाल/शिविर लगाना चाहते हैं, उनमें बिजली, पानी व खाद्य पदार्थों आदि की व्यवस्था कैसी होनी चाहिए, से अवगत कराया जाय। कॉवड़ियों को प्रत्येक स्तर पर सहायता दी जाय।
शान्ति समिति की गोष्ठी में कॉवड़ मार्ग में मीट की दुकानों एवं बिक्री आदि के बारे में चर्चा अवश्य की जाय। सफाई हेतु सफाई कर्मचारियों को लगाया जाय।
7. श्रावण शिवरात्रि के अवसर पर कॉवड़ियों की सुरक्षार्थ निगरानी एवं पर्यवेक्षण हेतु शासन स्तर से 04 दिवस के लिये हेलीकॉप्टर उपलब्ध कराया जाएगा। विगत वर्षों की भॉंति इस वर्ष भी कॉवड़ियों पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की जाय।
8. सभी विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की सोच सकारात्मक रहे। किसी के व्यवहार से किसी की धार्मिक भावना को ठेस नहीं पहुंचनी चाहिए। इस बारे में अधिकारीगण अपने अधीनस्थों को भली-भॉंति ब्रीफ कर दें।
9. डी0जे0 संचालकों के साथ गोष्ठी कर ली जाय एवं डी0जे0 साउण्ड का डेसीबल निर्धारित किया जाय। साथ ही यह भी स्पष्ट रूप से चेतावनी दी जाय कि निर्धारित डेसीबल से अधिक साउण्ड पायी जाती है तो डी0जे0 जब्तीकरण की कार्यवाही के साथ-साथ उनके विरूद्ध विधिक कार्यवाही की जाएगी।
10. कॉवड़िये हॉकी एवं बैट आदि लेकर न जाय। इस पर प्रतिबन्ध किया जाय। यदि कोई बुजुर्ग व्यक्ति सहारे के लिये डण्डा लेकर जाता है तो उसे प्रतिबन्धित न किया जाय।
11. ट्रैफिक डायवर्जन स्कीम लागू की जाय। इस बारे में डायवर्जन मार्ग पर तैनात कर्मियों को भली-भॉंति ब्रीफ कर दिया जाय। सुनिश्चित करें कि किसी के साथ कोई दुर्व्यवहार न होने पाये।
12. एम्बुलेंस हेतु स्थान चिन्हित कर लिये जाय तथा चिन्हित स्थानों एम्बुलेंस की व्यवस्था की जाय।
13. श्रावण शिवरात्रि के अवसर पर दिनांक 28-07-2018 से 09-08-2018 तक सभी अधिकारीगण एवं कर्मचारीगण भ्रमणशील रहें।
14. पी0आर0वी0 मोटर साईकिल सभी जनपदों को पर्याप्त संख्या में उपलब्ध करायी गयी हैं। इन मोटर साईकिलों पर एम0डी0डी0टी0 अवश्य रहे। इस अवसर पर भीड़-भाड़ होने के कारण मोटर साईकिलों का मूवमेंट अधिक से अधिक कराया जाय।
15. कोई घटना/दुर्घटना होने पर पुलिस का रेस्पोंस टाइम कम-से-कम रहे। नेटवर्क अच्छा होना चाहिए ताकि तत्काल किसी घटना/दुर्घटना की सूचना तत्काल प्राप्त हो जाय। इसके लिये शिविर संचालकों एवं कन्ट्रोल रूम के मोबाइल नंबर एक-दूसरे से साझा किये जाय।
16. किसी कॉवड़िये के साथ कोई दुर्घटना न हो, इसलिये कोई कॉवड़िया किसी भी वाहन के नीचे न सोये।
17. आतंकवादी गतिविधियों पर सतर्क दृष्टि रखी जाय। कोई वाहन तेज स्पीड में कॉवड़ियों के मध्य या भीड़ में न घुसने पाये।
18. कन्ट्रोल रूम में क्विक रेस्पॉन्स टीम के साथ फार्मासिस्ट की भी डियूटी लगा सकते हैं, ताकि कोई दुर्घटना होने पर घायलों को फर्स्ट एड दिया जा सके। कन्ट्रोल रूम में चिकित्सा, यातायात, पी0डब्ल्यू0डी0 आदि विभागों के अधिकारियों से समन्वय स्थापित रहे।
19. मंगलौर से मुरादनगर तक नगर के किनारे एन0जी0ओ0 एवं प्रावेट नर्सिंग होम व प्राईवेट अस्पताल स्वामियों की सहायता से मेडिकल कैम्प लगवायें।
20. पी0एच0सी0/सी0एच0सी0 अस्पतालों में 24 घण्टे चिकित्सक मौजूद रहें, ताकि किसी दुर्घटना होने पर आपातकालीन उपचार दिया जा सके। यह व्यवस्था चिकित्सा विभाग द्वारा सुनिश्चित की जाय।
21. आई0एम0ए0 एवं अन्य चिकित्सक संगठन तथा एन0जी0ओ0, रोटरी क्लब से जिलाधिकारी समन्वय स्थापित करें और उन्हें मोटिवेट करें। उनसे कॉवड़ मार्ग पर चिकित्सा कैम्प लगाने हेतु प्रयास करें।
22. सभी प्राइवेट अस्पताल व नर्सिंग होम में चिकित्सा सुविधा उपलब्ध रहें। कोई दुर्घटना होने पर घायलों को निकटतम अस्पताल में फर्स्ट एड दिया जाय।
23. आपातकालीन परिस्थितियों में उत्तर प्रदेश राज्य के बॉर्डर से दूसरे राज्य में घायलों को पहुॅंचाने हेतु सुदृढ़ व्यवस्था बनायी जाय। इस हेतु आपस में समन्वय स्थापित रहे तथा सम्बन्धित अधिकारी के मोबाइल नंबर एक-दूसरे राज्यों के अधिकारियों के पास मौजूद रहें।
24. बरसात के मौसम में खम्भों पर बिजली का करंट उतर जाता है। बिजली विभाग को निर्देशित किया गया है कि बिजली के खम्भों को दुरूस्त कर दिया जाय तथा कॉवड़ मार्ग पर बिजली के तारों को चैक कर लिया जाय, कहीं कोई तार लूज अवस्था में न हो एवं पर्याप्त ऊॅंचाई पर हो।
25. शिविरों में इलेक्ट्रिक सेफ्टी चैक ली जाय। चैकिंग के नाम पर किसी प्रकार का उत्पीड़न न किया जाय। सुनिश्चित करें कि बिजली की आपूर्ति निर्वाद रहे।
26. मन्दिर व घाटों आदि पर विद्युत की आपूर्ति निरन्तर रहे तथा प्रकाश की उचित व्यवस्था की जाय। बिजली के तार, खम्भों एवं ट्रांसफार्मर की मरम्मत पूर्व से करा ली जाय।
27. शिविरों में अस्थायी बिजली कनेक्शन निर्धारित फार्म भरवाकर तत्काल दिये जाय। किसी भी शिविर में कटिया लगाकर बिजली का उपयोग न किया जाय। बिजली कनेक्शन देने के नाम पर किसी का उत्पीड़न न होने पाये।
28. शिविरों में नंगी तार न हो। प्रत्येक शिविर की विद्युत चैकिंग करा ली जाय।
29. कॉवड़ मार्ग पर दुर्घटना से बचने व जाम से निजात पाने के उद्देश्य से सड़कों में बने अवैध कटों को बन्द किया जाय तथा बैरिकेटिंग करायी जाय।
30. बसों में कॉवड़ टॉंगने के लिये उचित व्यवस्था की जाय।
31. यातायात पुलिस एवं परिवहन विभाग को निर्देशित किया गया कि कोई भी व्यक्ति शराब पीकर वाहन न चलाये। वाहनों की ओवर स्पीड न हो। इस बारे में विशेषकर रोडवेज चालकों को भली-भॉंति ब्रीफ कर दिया जाय।
32. जिन स्थानों से रूट डायवर्जन होगा, वहॉं पर डायवर्जन स्थान तक यात्रियों की सुविधा हेतु अतिरिक्त बसों की व्यवस्था की जाय।
33. शिविरों में फूड पाइजनिंग न होने पाये। खाद्य एवं औषधि विभाग द्वारा खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता एवं स्वच्छता चैक की जाय। वॉटर सप्लाई टैंक से पानी की निरन्तर सप्लाई हो। टैंक के पानी से कोई बीमारी न फैलने पाये, इसका उपाय किया जाय।
34. मन्दिरों के आस-पास उचित साफ-सफाई रहे तथा विद्युति आपूर्ति निरन्तर बनी रहे।
35. शिविरों/ढाबों पर सामान की रेट लिस्ट चस्पा की जाय, ताकि रेट को लेकर कोई वाद-विवाद उत्पन्न न होने पाये।
36. शराब की दुकानों को बन्द करने के सम्बन्ध में आबकारी विभाग से प्राप्त निर्देशों के अनुसार कार्यवाही की जाय।
37. मुजफ्फरनगर, मेरठ एवं गाजियाबाद जनपदों में नहर के किनारे पंचायत विभाग के माध्यम से बिजली की व्यवस्था की जाय। कॉवड़ मार्ग पर बिजली की व्यवस्था हो गयी है, के सम्बन्ध में प्रचार-प्रसार कराया जाय, ताकि अधिक से अधिक कॉवड़ियों का आवागमन इस मार्ग से रहे।
38. प्लास्टिक का उपयोग कम-से-कम हो। मा0 मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि इस वर्ष प्लास्टिक मुक्त कॉवड़ यात्रा रहे। शिविरों में गिलास, पत्तल, कप एवं प्लेट आदि प्लास्टिक की न बनी हो। इनके स्थान पर मिट्टी से बने बर्तनों का उपयोग किया जाय। शिविरों एवं कॉवड़ मार्ग में प्लास्टिक से गन्दगी न हो, इस सम्बन्ध में सम्बन्धित अधिकारियों द्वारा शिविर संचालकों के साथ गोष्ठी कर ली जाय।
39. आयुक्त मेरठ मण्डल ने बताया कि जिलाधिकारी, मेरठ द्वारा ु एक ऐप तैयार किया गया है, जिसमें कॉवड़ियों की सुविधानुसार रूट मैप, शिविर थाना पुलिस की जानकारी, पेट्रोल पम्प, लोकेशन तथा सम्बन्धित पुलिस अधिकारियों के मोबाइल नंबर आदि की जानकारी प्रदर्शित होगी। यह एक अच्छा कार्य है।
40. कॉवड़ियों के पास अपना पहचान पत्र अवश्य हो।
41. असामाजिक तत्वों की गतिविधियों पर विशेष ध्यान दिया जाय तथा सतर्कता बरती जाय।
42. कॉवड़ियों को अनुमति इस शर्त के साथ दी जाय कि बीमारी की दवाईयां अपने पास रखें, ग्रुप में ही चले, अपरिचित व्यक्ति से कोई वस्तु न लें और न खायें, स्वयं पर संयम रखें, दुर्घटना होने पर तत्काल पुलिस प्रशासन को सूचित करें, अश्लील गाने न बजाये, सड़क के दोनों साइड में न चले, रात्रि में वाहनों के नीचे न सोये, गन्दगी न फैलाये, हॉकी बैट लेकर न चले, प्रशासन का सहयोग करें। अन्य अनुमति निरस्त कर दी जाएगी।
43. कॉवड़ यात्रा सकुशल सम्पन्न कराने के उद्देश्य से सोशल मीडिया पर सिंगल लाइन के श्लोक बनाकर प्रचारित करें।
44. सभी विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों का आचरण एवं व्यवहार अच्छा हो।
45. सभी विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों का आपस में अच्छा समन्वय रहे।
46. बालिन्टियर तैयार कर, उनकी डियूटी लगायी जाय।
47. कन्टीजेन्सी प्लान सभी विभागों के लिये हो।
सुनिश्चित करें कि कोई दुर्घटना न हो। यदि कोई दुर्घटना हो जाती है तो सम्बन्धित विभागों के माध्यम से मुआवजे देने की कार्यवाही मौके पर ही की जाय, ताकि कानून व्यवस्था प्रभावित न हो। यदि क्षतिपूर्ति की धनराशि उपलब्ध न हो तो मॉंग कर ली जाय।