लखनऊ: इलाहाबाद में कानून के दलित छात्र की निर्मम हत्या पर दुख प्रकट करते हुए बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने सोमवार को कहा कि ऐसे सदियों से शोषित-पीड़ित दलित समाज, जिसमें आजादी के लगभग 70 वर्षो के बाद भी उच्च शिक्षा नाम मात्र की ही है, एक होनहार छात्र की हत्या से पूरा समाज आहत हुआ है.
मायावती ने आईपीएन को भेजे अपने बयान में कहा कि दलित छात्र की इस प्रकार की नृशंस हत्या भाजपा शासन में कोई अकेली घटना नहीं है, बल्कि ऐसी दर्दनाक घटनाएं लगातार ही घटित हो रही हैं और इसके लिए कोई और नहीं, बल्कि भाजपा की संकीर्ण, जातिवादी व नफरत की राजनीति पूरी तरह से दोषी है. बसपा प्रमुख ने कहा कि सर्वसमाज के खासकर लिखे-पढ़े युवक रोजगार नहीं मिल पाने के कारण कुंठा का शिकार हैं और जिस कारण विभिन्न प्रकार के अपराध हर स्तर पर लगातार बढ़ रहे हैं तथा समाज का तानाबाना भी बिखर रहा है.
मायावती ने कहा कि दिलीप सरोज नामक जिस छात्र की हत्या बेवजह खुलेआम कर दी गई है, उस परिवार की भरपाई किसी रूप में भी नहीं हो सकती. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को भी दोषियों को सख्त सजा देने के साथ-साथ पीड़ित परिवार की भी मदद जरूर करनी चाहिए.
मामूली सी बात पर युवक की पीट-पीटकर हत्या
संगम नगरी इलाहाबाद में एक दिल दहला देने वाले हत्याकांड का वीडियो वायरल हो रहा है. कुछ दबंग लड़कों ने यहां रहकर कानून की पढ़ाई कर रहे एक दलित छात्र की ईंट-पत्थर और डंडों से पीट-पीटकर हत्या कर दी. मृतक का दोष इतना था कि रेस्टोंरेंट की सीढ़ियां उतरते वक्त वह युवक से टक्करा गया. इस मामले में पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार किया है. खासबात यह है कि इन दिनों इलाहाबाद में माघ मास का स्नान समाप्त हुआ है. इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु संगम में डुबकी लगाने के लिए आते हैं. लोगों की भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के लिए यहां बड़ी तादाद में सुरक्षाबल तैनात किए जाते हैं.
रेस्टोरेंट में हुआ झगड़ा
यहां रायबरेली का दिलीप सरोज कानून की पढ़ाई कर रहा है. शनिवार की शाम को दिलीप अपने दोस्तों के साथ कर्नलगंज में एक रेस्टोरेंट में गया हुआ था. रेस्टोरेंट से निकलते समय दिलीप सीढ़ियों पर एक युवक से टकरा गया. ये लोग एक फॉर्च्यूनर कार से उतरकर रेस्टोरेंट की सीढ़ियां चढ़ रहे थे. तभी दिलीप इनमें से एक युवक से हल्का सा टकरा गया. इस बात को लेकर दोनों में कुछ कहासुनी हो गई.
लोहे की रॉड तथा ईंट-पत्थरों से हमला
कहासुनी इतनी बढ़ गई कि वहां मौजूद लोगों ने दिलीप को सीढ़ियों से घसीटकर बुरी तरह से पीटा. इतना ही नहीं युवकों ने अपनी कार से लोहे की रॉड निकाल कर दिलीप की जमकर पिटाई की. इतने पर उनका गुस्सा शांत नहीं हुआ तो वहां पड़े ईंट-पत्थर लेकर भी दिलीप पर मारे. वहां मौजूद कुछ लोगों ने बताया कि इन लोगों के बीच झगड़ा रेस्टोरेंट में ही शुरू हो गया था. विरोधी पक्ष के भारी पड़ने पर दिलीप के साथ आए लड़के वहां से भाग खड़े हुए. रेस्टोरेंट मालिक ने दिलीप को बचाने की कोशिश भी की, लेकिन हत्यारों ने उसकी भी पिटाई कर डाली.