आईआईटी कानपुर के छात्र दीक्षांत समारोह में अब कोट सूट टाई में डिग्री नही लेंगे बल्कि उसकी जगह कुर्ते पायजा में और गले में अंगवस्त्र पहन कर उन्हें समारोह में डिग्री लेने आना होगा। ऐसा आईआईटी के पचास वर्ष (स्वर्ण जयंती) पूरे होने के अवसर पर किया जा रहा है। यहीं नही समारोह में हिस्सा लेने वाले प्रोफेसर भी अपने कोट सूट के उपर केसरिया सुनहरे रंग का विशेष गाउन पहनेंगे जो उनके कोट सूट को पूरी तरह से ढक लेगा।
आईआईटी कानपुर का 50वां दीक्षांत समारोह 15 व 16 जून को होगा। समारोह में करीब 1600 छात्र छात्राओं को डिग्री प्रदान की जायेगी। आईआईटी के निदेशक प्रो. इन्द्रनील मन्ना ने बताया कि आईआईटी कानपुर का 50वां स्वर्ण जयंती दीक्षांत समारोह 15 व 16 जून को होगा। इस समारोह के मुख्य अतिथि टाटा संस के चेयरमैन नटराजन चंद्रशेखरन होंगे।
उन्होंने बताया कि इस वर्ष आईआईटी के डिग्री पाने वाले छात्र पहली बार ब्रिटिश काल से चले आ रहे कोट सूट और टाई के बजाय भारतीय परिधान कुर्ता पायजामा और अंगवस्त्र पहनेंगे जबकि छात्रायें सलवार कुर्ता पहनेंगी। छात्रों का पायजामा कुर्ता सफेद रंग का होगा तथा उन्हें गले में अंगवस्त्र डालना होगा। यह अंगवस्त्र सात रंगो में होंगे और बीटेक के छात्र छात्राओं का अंगवस्त्र अलग रंग का अलग रंग का होगा, जबकि एमटेक, पीएचडी तथा अन्य कोर्स के छात्रों का अंगवस्त्र अलग रंग का होगा।
उन्होंने बताया कि इसी तरह लड़कियों को भी सफेद रंग का सलवार कुर्ता पहनना होगा और गले में स्कार्फ पहनना होगा। इस स्कार्फ का रंग भी अलग अलग कोर्स का अलग अलग होगा।