Thursday, November 21, 2024
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प्रदेश सरकार की सभी पैथालॉजी प्रयोगशालाओं के क्षेत्र में आधुनिकतम तकनीक का समावेश।

SI News Today

Incorporation of state-of-the-art technology in the field of all pathology laboratories of the state government.

#NABL #UPGovt #UPCM #YogiAdityanath

पैथालॉजी प्रयोगशालाओं की दिशा में गुणवत्ता नियंत्रण के लिये लिया गया प्रदेश सरकार का सरहानीय फैसला।

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सरकारी क्षेत्र की पैथालॉजी प्रयोगशालाओं को उच्चस्तरीय बनाने के उद्देश्य से बेहतर डायग्नोस्टिक प्रयोगशाला सेवाएं शुनिश्चित किये जाने की आवश्यकता को देखते हुये चिकित्सा क्षेत्र एंव प्रयोगशाला सेवाओ के क्षेत्र में आधुनिक गुणवत्ता व विशेष तकनीकी बनाने के लिये प्रदेश सरकार द्वारा पी.ओ.सी.टी. सेवाएं को प्रयोगशालाओ के क्षेत्र में सेवा प्रदाता के रूप में चयनित किया गया है ।

सेवाएं पूरी तरह प्रदान करने के लिये नेशनल एक्रेडिटेशन बोर्ड फॉर टेस्टिंग एन्ड कैलीब्रेशन लेबोरेटरी(NABL)से प्रयोगशालाओं का अभिप्रमाणित कराने को लेकर प्रदेश सरकार की योजना रणनीति तैयार की गई है।

एन.ए.बी.एल अभिप्रमाणित प्रयोशालाओ के जांच परिणाम दुनियाभर के 80 देशों के सहयोग से प्रमाणित होते है इसके अलावा ये जांच परिणाम आयुष्मान भारत योजना के अंर्तगत उपचार सेवाओ का लाभ गांव व शहर के ज्यादा लोगो तक प्रदान करने के उद्देश्य की कमी को पूरा करने के लिए डायग्नोस्टिक प्रयोगशालाओं को बेहतर जांच सेवाएं प्रदान करने की रिपोर्ट 80 देशों की सहमति से प्रमाणित होती है,जिसके लिए संविधान में नियम व अनुच्छेद है। यह जानकारी चेयरमैन सौरभ गर्ग ने दी साथ में अभय अग्रवाल थे, उन्होंने आगे बताया कि इंडियन जरनल (पत्रिका) की रिपोर्ट के अनुसार भारतवर्ष में अभीतक सिर्फ पैथालॉजी व माइक्रोबायलॉजी संस्थानो में से 16 प्रयोशालाओ को एन.बी.एल. अभिप्रमाणिन प्राप्त हो सका है इन 16 मे से कोई भी उत्तर प्रदेश सरकार की चिकित्सा प्रयोगशाला एन.ए.बी.एल. अभिप्रमाणित नही थी ।
इस दिशा में पी.ओ.टी.सी के द्वारा लिए गए फ़ैसले व प्रयासों से सरकारी प्रयोशालाओ को एन.ए.बी.एल. अभिप्रमाणन कराने को लेकर प्रक्रिया चल रही है,,इसके लिए पी.ओ.टी.सी से जुड़ी गैर व्यवसायिक समाजिक संगठन के सहयोग से पी.ओ.सी टी+क्वालिटी एन्ड स्किल डेवलपमेंट फाउंडेशन(P. Q.S.D.F)की स्थापना की गई है। जिसके द्वारा उत्तरप्रदेश भर के प्रयोशाला कर्मियों को प्रशिक्षण के लिये सी.एम.ई., वर्कशाप, अभिप्रमाणन अध्ययन जैसे कार्यक्रम संचालित किए जाएंगे।

एन.ए.बी.एल.अभिप्रमाणन में शामिल सरकारी प्रयोशालाओ के लिए उत्तर प्रदेश के चिकित्सा संस्थानो में| एस.जी.पी.जी.आई लखनऊ, के.जी.एम.यू. लखनऊ, बी.आर.डी. मेडिकल कॉलेज गोरखपुर, आर.एम.एल. चिकित्सालय, एम.एल.एन. चिकित्सालय प्रयागराज शामिल हैं। इनमें से राजधानी लखनऊ के सिविल चिकित्सालय लैब का बी.ए.एन.एल. अभिप्रमाणन प्रक्रियाधीन है।

Reported by – Khursheed Alam

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