Wednesday, November 20, 2024
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एलडीए के अभियंताओं की काली कमाई का जरिया बने, चौक में चल रहे अवैध निर्माण

SI News Today

LDA engineers become black money generators, Illegal construction in the Chouk Lucknow.

 

राजधानी लखनऊ में हो रहे अवैध निर्माणों को रोकने के लिए थमाई गयी एलडीए के आला अफसरों को कमान अब उनकी काली कमाई का जरिया बन गयी है। जिसके चलते यूपी की राजधानी लखनऊ में खुलेआम अवैध निर्माण कराये जा रहे हैं। इन पर लगाम कसने वाले एलडीए के अफसर महज इसलिए इन निर्माणों से नजर हटाए हुए ताकि उनकी जेबें हर महीने गर्म होती रहे। बताया जा रहा है कि वैसे तो एलडीए के कर्मचारी और अभियंता जिन निर्माणों का मानचित्र स्वीकृत होता है उन स्थानों पर भी पहुँच जाते है। यहाँ तक कि आवासीय निर्माणों को भी बख्शा नहीं जाता।

लेकिन शहर के बीचोंबीच चल रहे अवैध निर्माणों को लेकर एलडीए के अभियंता और कर्मचारी बताते हैं कि उन सभी निर्माणों के मानचित्र स्वीकृत हैं। गौरतलब है कि चौक क्षेत्र में मेडिकल कालेज चौराहे से हवाई जहाज कोठी की तरफ आते ही एक बहुत बड़ा बेसमेंट खोदकर नाले के ऊपर व्यवसायिक काम्प्लेक्स का अवैध निर्माण कराये जाने का कार्य चल रहा है। एलडीए के न तो किसी कर्मचारी ने और न ही किसी अभियंता से इसे बंद करने की जरुरत समझी है। इसी सड़क पर आगे राम मंदिर के पास लक्ष्मी नारायण अग्रवाल द्वारा तो एलडीए के नियम कानून ताक पर रखते हुए पांच मंजिला व्यवसायिक काम्प्लेक्स का निर्माण कराया जा रहा है।

इस अवैध निर्माण को भी न तो एलडीए के अभियंताओं ने बंद कराने की कोशिश की है और न ही कर्मचारियों ने ही कोई पहल की है। इसके चलते अवैध निर्माणकर्त्ता के हौसले बुलंद है। इसी निर्माण के सामने भी एक चार मंजिला निर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है। यही नहीं रोड पर आगे जाने पर सड़क से लगा हुआ गली में भी एक अवैध निर्माण कराया जा रहा है। फिलहाल एलडीए के प्रवर्तन विभाग चौक में तैनात अभियंता सत्यवीर सिंह से जब नाले पर चल रहे निर्माण को लेकर बात की गयी तो वह यही बोले की उसका मानचित्र स्वीकृत है। यही नहीं लक्ष्मी नारायण अग्रवाल के निर्माण को भी लेकर उनका कहना है कि वो निर्माण वैध है न की अवैध। अब सवाल इस बात का है कि अगर ये निर्माण वैध है तो शहर भर में बनी पांच मंजिला इमारतों का एलडीए क्यों नहीं कंपाउंडिंग करता है। एलडीए के बड़े अफसरों की मानें तो चारमंजिला ईमारत तो दूर इस रोड पर दो मंजिला निर्माण का ही मानचित्र स्वीकृत किया जा सकता है।

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