लखनऊ. 3 जून को CBSE बोर्ड के हाईस्कूल का रिजल्ट आया। इसमें देशभर के बच्चों ने टॉप किया। इनमें कुछ ऐसे मेधावी छात्र हैं, जिन्हें न तो ट्यूशन मिला न कोई ऐशों आराम, फिर भी इन्होंने मजबूरी को अपनी पढ़ाई के बीच नहीं आने दिया।
स्कूल से लौटने के बाद करता था चाय की दुकान पर काम
– सुल्तानपुर के कूरेभार थाना क्षेत्र के रहने वाले रामसूरत यादव के बेटे रामकिशन ने 10 CGPA ग्रेड हासिल किया। इन्होंने हर सब्जेक्ट में 90 से 100 के आसपास मार्क्स हासिल किए।
– रामसूरत बताते हैं, रामकिशन ने गांव के ही प्राइमरी स्कूल से क्लास 5th तक पढ़ाई की। हमारी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी, लेकिन बेटा पढ़ने में तेज था, इसलिए उसका एडमिशन जवाहर नवोदय स्कूल में करा दिया।
– मेरी गौराबरन गांव के चौराहे पर चाय की दुकान है, इसी से घर का खर्च निकलता है। बेटा स्कूल से आने के बाद दुकान पर मेरा हाथ बंटाता है। इसके बावजूद बेटे ने पढ़ाई के आगे मजबूरी को नहीं आने दिया। मैं चाहता हूंं कि बेटा IAS बने।
– रामकिशन का कहना है, अभी ये शुरुआत है। आगे भी मैं इसी तरह की मेहनत करता रहूंगा। मेरे पापा की चाय की दुकान, फिर भी वह मेहनत करके हमलोगों का पेट पालते हैं। बड़ा होकर मैं IAS बनूंगा, ताकि घरवालों को मुश्किलों का सामना न करना पड़ा।