कानपुर: उधमपुर-इलाहाबाद एक्सप्रेस में दो घंटे से ज्यादा समय तक डकैतों ने उत्पात मचाया। लुधियाना में चढ़े छह से ज्यादा बदमाश चाकू और ब्लेड से लैस थे। तीन स्लीपर बोगियों में दो दर्जन से ज्यादा यात्रियों का सामान लूट ले गए। ये यात्री वैष्णो देवी और अमरनाथ यात्रा से लौट रहे थे। ट्रेन में गश्ती दल और टीटी नहीं होने से यात्रियों ने पूरी रात दहशत में काटी। दिल्ली स्टेशन पर यात्रियों ने हंगामा किया, जिसके बाद प्राथमिकी दर्ज हुई।
यात्रियों के चेहरे पर दहशत
गुरुवार शाम सेंट्रल स्टेशन के प्लेटफार्म पांच पर पहुंची ट्रेन के यात्रियों के चेहरे पर दहशत साफ नजर आ रही थी। डकैतों ने स्लीपर बोगी एस-2, एस-3 और एस-4 के यात्रियों को अपना निशाना बनाया। एस-3 बोगी में सफर करने वाले बर्रा-2 निवासी आशीष आहूजा पत्नी निधि आहूजा और बेटे लक्ष्य के साथ वैष्णो देवी यात्रा से लौट रहे थे। आशीष ने बताया कि लुधियाना से ट्रेन के चलने के बाद रात लगभग 3.30 बजे डकैतों ने मारपीट शुरू कर दी। निधि ने बताया कि एक बदमाश उनके कान की बाली छीनने लगा तो विरोध किया। उसने मुंह दबाकर पर्स छीन लिया और मारपीट करने लगा।
तीन बोगियों में पुलिस को तलाशा
इलाहाबाद निवासी वेदप्रकाश ने बताया कि बदमाश गुटों में थे और घूम-घूमकर यात्रियों के साथ मारपीट कर सामान छीन रहे थे। बैग, महिलाओं के पर्स, मोबाइल और कीमती सामान छीनकर बदमाश चलती ट्रेन से कूद कर भाग गए। बोगियों में तलाशते रहे पुलिस को लखनऊ के विकास नगर निवासी हिमांशु ने बताया कि उसका मोबाइल छीन लिया गया। राजापुर इलाहाबाद की डा. स्वाति श्रीवास्तव के पति मनीष सो रहे थे। डकैत स्वाति से सामान छीनने लगे तो उन्होंने विरोध किया। चाकू देख वह डर गईं और शोर तक नहीं मचा सकीं। स्वाति ने बताया कि डकैतों के जाने के बाद उन्होंने तीन बोगियों में दौड़ कर पुलिस को तलाशा, मगर कोई नहीं मिला।
सफाई कर्मी का चार्ट देकर चला गया टीटी
यात्रियों का कहना था कि ट्रेन के चलने के बाद टीटी एक सफाई कर्मी को चार्ट देकर चला गया, उसके बाद वह भी नहीं आया। इलाहाबाद के सुभाष चन्द्र पत्नी सुनीता और तीन बच्चों अंकिता, आकांक्षा के साथ थे। सुभाष परिवार समेत डकैतों का शिकार हुए। इलाहाबाद के अजय कुमार, पत्नी नंदा देवी से पांच हजार नकदी, दो मोबाइल लूट ले गए। यात्रियों का कहना था कि चार-पांच बार चेन पुलिंग की और गार्ड हर बार आगे शिकायत दर्ज कराने की बात कह ट्रेन चला देता था।