लखनऊ: उत्तर प्रदेश में मदरसा बोर्ड से जुड़े 2682 मदरसों द्वारा तय समय सीमा के भीतर उप्र सरकार को ऑनलाइन जानकारी नहीं देने के कारण इन मदरसों की मान्यता रद्द की जाएगी। एक अधिकारी ने इस बात की जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि ऑनलाइन विवरण अपलोड करने की अंतिम तारीख रविवार थी। वहीं, वेब पोर्टल पर विवरण अपलोड करने वाले 16461 मदरसों की मान्यता बरकरार रहेगी और उन्हें अनुदान का हक होगा, लेकिन जिन्होंने अपनी जानकारी पोर्टल पर नहीं दी है उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। ये भी पढ़ें: मिल गया आरुषि का असली ‘हत्यारा’!
दरअसल शिक्षा परिषद ने मदरसों में फर्जीवाड़े पर लगाम लगाने के लिए वेब पोर्टल की शुरुआत की थी। इस वेबसाइट पर सभी 19143 मदरसों को अपना विवरण अपलोड करना था। इसमें शिक्षक, अन्य स्टाफ, छात्रों के विवरण के अलावा भवन की फोटो, कक्षा का माप और दूसरी जानकारियां भी शामिल थीं।
मदरसा बोर्ड ने विवरण अपलोड करने की तिथि को दो बार बढ़ाया। पहले इसकी अंतिम तिथि 15 सितम्बर थी, जिसे बढ़ाकर 30 सितम्बर किया गया और फिर 15 अक्टूबर। इसके बावजूद 16, 461 मदरसों ने ही अपना विवरण साइट पर अपलोड किया।
मदरसा बोर्ड के रजिस्ट्रार राहुल गुप्ता ने बताया कि जिन मदरसों ने पोर्टल पर अपना विवरण अपलोड कर दिया है, उनकी मान्यता बरकरार रहेगी। बाकी बचे मदरसों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अंतिम तिथि तक कुल 32,483 शिक्षकों का डाटा आधार लिंक के साथ अपलोड हो चुका है।