लोगों को सोमवार को भी गर्मी से राहत नहीं मिली। भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक सोमवार को दिल्ली का अधिकतम तापमान सामान्य से 4 डिग्री अधिक 44.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पांच जून के लिहाज से पिछले सात साल में यह दूसरा सबसे गर्म 5 जून रहा। दिल्ली-एनसीआर के साथ ही राजस्थान, पंजाब और हरियाणा के कुछ हिस्सों में लू चल रही है। विभाग के मुताबिक मंगलवार शाम से गर्मी से निजात मिलने की संभावना है। दिल्ली के सफदरजंग मौसम केंद्र का पारा भी बिल्कुल रविवार के साथ तालमेल बैठाता नजर आया। सोमवार को यहां का पारा 44.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के मुताबिक यह पिछले सात साल में यह दूसरा सबसे गर्म पांच जून रहा। इसके पहले 5 जून 2014 को पारा 45 डिग्री सेल्सियस तक गया था। सोमवार को शुरुआत ही गर्मी के तीखे तेवर से हुई। न्यूनतम तापमान सामान्य से 6 डिग्री सेल्सियस अधिक 33.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
हालांकि, दिल्ली के पालम मौसम केंद्र का तापमान रविवार की अपेक्षा कम रहा और 45.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। रविवार को पालम का तापमान इस केंद्र में दर्ज ऐतिहासिक रूप से तीसरा सबसे ज्यादा तापमान था। केरल में मानसून के आगमन के साथ ही पूर्वोत्तर राज्यों के साथ-साथ पश्चिम बंगाल के हिमालयी क्षेत्र, तटीय ओड़ीशा, दक्षिणी मध्य प्रदेश, कोंकण और गोवा से सटे विदर्भ में बारिश की बौछारें शुरू हो गई हैं। पिछले 24 घंटे में जम्मू-कश्मीर में भी कहीं-कहीं बारिश देखने को मिली। लेकिन दिल्ली सहित उत्तरी और पूर्वी राजस्थान, पंजाब, हरियाणा के कुछ हिस्से प्रचंड लू के चपेट में रहे। मौसम पूर्वानुमानों के मुताबिक छह जून को दिन में भी दिल्ली-एनसीआर, राजस्थान के कुछ हिस्सों, मध्य प्रदेश, दक्षिणी उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा में लू की स्थिति कमोबेश बनी रहेगी, लेकिन शाम से मौसम करवट ले सकता है। भारतीय मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक, ‘छह जून की शाम से आठ जून के बीच दिल्ली-एनसीआर में 2 से 3 बार बारिश की बौछारें पड़ सकती हैं। इसके साथ 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है। सात जून को ये गतिविधियां अपने चरम पर होंगी। मौसम में इस बदलाव के कारण अधिकतम तापमान के सात जून से सामान्य से 4 से 6 डिग्री सेल्सियस नीचे आने की संभावना है, वहीं न्यूनतम तापमान सामान्य के आस-पास रहेगा।’
निजी मौसम एजंसी स्काइमेट के मुताबिक, ‘छह जून से आगे उत्तरी पंजाब और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हल्की बारिश की संभावना बन रही है। सात जून से बारिश की तीव्रता बढ़ेगी। पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और उत्तरी राजस्थान में नौ जून तक कहीं कहीं बारिश और गरज के साथ छीटें पड़ेंगे, वहीं जून 10 और 11 को छिटपुट बारिश के साथ मौसम के सामान्यत: शुष्क रहने की संभावना है।’ स्काइमेट के मुताबिक एक पश्चिमी विझोभ के कारण मध्य पाकिस्तान और पंजाब के उपर एक चक्रवातीय स्थिति बन रही है। इससे एक ट्रफ उत्तर-पश्चिम भारत में एक विकसित होगा जो झारखंड तक फैल सकता है। मौसम एजंसियों का कहना है कि वर्तमान लू की दशा इन मानसून पूर्व गतिविधियों के साथ ही समाप्त हो जाएगी। इसके वापस आने की संभावना अब नहीं है, लेकिन मानसून की बौछारें शुरू हो उसके पहले उमस भरी गर्मी झेलने को तैयार रहना होगा।