लखनऊ: मशहूर शायर मुनव्वर राणा को सोमवार को हॉर्ट अटैक के बाद संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल इंस्टीट्यूट (एसजीपीजीआई) आईसीयू में एडमिट कराया गया है। उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। अभी उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है। स्पेशलिस्ट डाॅक्टरों की निगरानी में उनका ट्रीटमेंट चल रहा है। राणा के फैमिली मेंबर्स का कहना है कि उन्हें लंबे समय से लंग इन्फेक्शन की समस्या थी। दिल्ली के एम्स में हुआ था घुटनों का ट्रांसप्लांट…
– शायर मुन्नवर राणा के भाई राफे राणा ने बताया, ”भाई को हार्ट अटैक आने पर पीजीआई के आईसीयू में एडमिट कराया गया। उन्हें लंग में इंफेक्शन के साथ कई और भी प्राॅब्लम्स हैं।”
– ”कुछ दिनों पहले ही दिल्ली के एम्स में उनके बाएं पैर के घुटनों का ट्रांसप्लांट हुआ था। उनके बाएं घुटने का अब तक 7 बार ट्रांसप्लांट हो चुका है, लेकिन पैर में प्राॅब्लम बनी हुई है। दाहिने पैर के घुटने का पहले ही इंदौर के एक हाॅस्पिटल में ट्रांसप्लांट हो चुका है। उन्हें चलने-फिरने में भी काफी दिक्कत होती है।”
– ”उन्हें ओरल कैंसर की भी प्राॅब्लम थी। हालांकि, मुंबई के एक प्राइवेट हाॅस्पिटल में ट्रीटमेंट के बाद वे ठीक हो गए।”
राणा की कंडीशन क्रिटिकल
– पीजीआई के पीआरओ आशुतोष सोती ने बताया, ”मुनव्वर राणा को हार्ट अटैक और लंग में इंफेक्शन के कारण पीजीआई के आईसीयू में एडमिट कराया गया है। उनकी हालात अभी क्रिटिकल बनी हुई है। वेंटिलेटर पर रखा गया है। स्पेशलिस्ट डाॅक्टर्स उनकी कंडीशन पर नजर बनाए हुए हैं। ट्रीटमेंट जारी है।”
मुनव्वर लौटा चुके हैं अवार्ड
– बता दें, जब अवार्ड वापसी का सिलसिला शुरू हुआ था तो मुनव्वर राणा ने इसका विरोध किया था। 19 अक्टूबर 2015 को उन्होंने एक लाइव टीवी डिबेट में साहित्य अकादमी अवार्ड लौटाने की घोषणा की थी।
– उस समय उन्होंने एक लाख का चेक दिखाते हुए कहा था कि वह आगे से कोई अवॉर्ड नहीं लेंगे। इसके बाद 24 अक्टूबर को एक चैनल के लाइव डिबेट में ही राणा ने कहा था कि उन्हें पीएम मोदी से कोई शिकायत नहीं है। वह भी उनकी तरह अपनी मां से मोहब्बत करते हैं। इस नाते पीएम उनके बड़े भाई की तरह हैं और बड़े भाई का जूता उठाने में उन्हें कोई शर्मिंदगी महसूस नहीं होती है।