Thursday, January 30, 2025
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यूपी: एयरलिफ्ट कर NDRF ने बचाई 45 लोगों की जान…

SI News Today

लखनऊ: पूर्वांचल के इलाकों में पिछले छह दिनों से भारी बारिश हो रही है। इससे राज्य के 22 जिलों में बाढ़ के हालात हैं। गुरूवार को एनडीआरएफ की टीम ने महराजगंज और कुशीनगर में हेलीकॉप्टर से एयरलिफ्ट कर 45 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाकर उनकी जान बचाई। स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट डिपार्टमेंट के मुताबिक, अब तक यूपी में 33 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, बाढ़ की वजह से अभी तक यूपी में 12 लाख 80 हजार 789 लोग प्रभावित हैं। सरकार ने पुणे से NDRF की 4 टीमें बुलाई हैं। राहत बचाव का काम जारी है। सीएम ने बुधवार को इन बाढ़ प्रभावित इलाकों का एरिअल सर्वे भी किया था। उधर, बिहार में भी बाढ़ से हालात खराब हैं। अब तक वहां 61 लोगों की मौतें हो चुकी हैं।

बाराबंकी में सबसे ज्यादा मौते
-स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट डिपार्टमेंट के मुताबिक, यूपी के लखीमपुर, सिद्दार्थनगर, बहराइच, बाराबंकी, गोंडा, मिर्जापुर, बिजनौर, बलरामपुर, महाराजगंज और गोरखपुर जिले बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। इन जिलों में अब तक कुल 33 मौतें हो चुकी हैं। इनमें से सबसे ज्यादा आठ डेथ बाराबंकी में हुई है। वहीं, मिर्जापुर में अलग वजह से अब तक 5 लोगों की मौत की खबर है।

गोंडा-बलरामपुर में 36 घंटे से बारिश जारी
– बलरामपुर जिले में पिछले 36 घंटों से हो रही लगातार बारिश हो रही है। नेपाल से छोड़े गए पानी के कारण कई गांव बाढ़ की चपेट में हैं। इसका सीधा असर 2 लाख लोगों पर हुआ था।

– राप्ती नदी का जलस्तर खतरे के निशान से करीब 5 फीट ऊपर है। बलरामपुर-बढ़नी नेशनल हाइवे पर बेल्हा डीप पर बाढ़ का पानी आने से रूट ठप हो गया है। गाड़ियों की कतार लग गई है। बाढ़ का पानी शहर के कई इलाकों में भी भर गया है। डीएम ने NDRF और PAC को बुलाया है। बाढ़ से प्रभावित लोग शहर की तरफ पलायन कर रहे हैं।

– यही हाल गोंडा जिले का है। यहां घाघरा नदी खतरे के निशान से एक मीटर ऊपर बह रही है और पानी का बहाव लगातार बढ़ रहा है। इस वजह से 40 गांवों में पानी भर गया है। करीब 80 हजार की आबादी इससे प्रभावित है। गांवों की जिंदगी नावों के सहारे है। गांव में पानी आने से लोगो के सामने खाने-पीने की मुसीबत है।

गोरखपुर-महाराजगंज में टूटा बांध, कई इलाकों में बाढ़ का पानी
– गोरखपुर में डोमिनगढ़ बांध के ट्यूबवेल के पास से राप्ती नदी का तेज बहाव जारी है। नेपाल से छोड़े जा रहे पानी और लगातार हो रही बारिश के कारण गोरखपुर शहर और आसपास के इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हैं।

– घरों में दो से ढाई फीट पानी भर गया है। कई परिवारों ने यहां घर से पलायन कर दिया है तो कई लोग अपने घर की छतों पर रहने को मजबूर हैं।

– इसी तरह गोरखपुर के पास महाराजगंज जिले में रोहिन नदी पर बना बांध 5 जगहों पर टूट गया है। इस वजह से यहां के भी 60 गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। यहां भी लोगों का पलायन जारी है।

– महाराजगंज-फरेंदा रोड पर पानी आ गया है। इससे किसानों की हजारों एकड़ फसल बर्बाद हो गई है। एनडीआरएफ और एसएसबी की टीम यहां रेस्क्यू में जुटी है। गोरखपुर-सोनौली मार्ग पर भी रोहानी नदी का पानी ओवरफ्लो हो रहा है।

योगी अब तक इन इलाकों का कर चुके है दौरा
– सीएम योगी, 16 अगस्त को बाढ़ से प्रभावित लखीमपुर, सीतापुर और पीलीभीत जिले के दौरे पर थे ।उन्होंने अफसरों के साथ मीटिंग की थी। उन्होंने अफसरों को निर्देश दिया कि ”बाढ़ग्रस्त इलाकों में बचाव का काम तेजी के साथ हो। साथ ही रिलीफ कैम्प में सुरक्षा को पुख्ता किया जाए। अगर किसी के खिलाफ लापरवाही की बात सामने आती है तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”

– इससे पहले बीते 13 अगस्त यानि रविवार को सीएम योगी ने श्रावस्ती, बहराइच और गोंडा के बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा किया था। अफसरों के साथ हुई मीटिंग में उन्होंने अफसरों को फटकार लगाई थी।

बिहार में बाढ़ से 13 जिलों के 70 लाख लोग प्रभावित
– यूपी के पड़ोसी राज्य बिहार में भारी बारिश और बाढ़ से 13 जिलों में आम जनजीवन प्रभावित हुआ है। अब तक 61 लोगों की मौत हो गई है। नेपाल-बिहार के बॉर्डर एरिया में बीते पांच दिनों से हुई भारी बारिश की वजह से गंगा, कोसी और महानंदा उफान पर हैं।

– बारिश-बाढ़ की वजह से इन जिलों के 69.81 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हैं। इससे किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया और अररिया में बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है।

– अनिरुद्ध कुमार ने बताया कि अब तक 1.61 लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है। इनमें से 85,949 लोगों को अलग-अलग जगहों पर बने 343 कैम्प में रखा गया है। ईस्ट सेंट्रल रेलवे के अफसर ने बताया कि सोमवार को 33 ट्रेनों को रद्द किया गया।

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