सोमवार को उत्तर प्रदेश विधानसभा सत्र की कार्यवाही का पहला दिन था। राज्यपाल राम नाईक ने जैसे ही बोलना शुरू किया, विपक्ष ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के विधायकों ने राम नाईक के आगे कागज के टुकड़े फेंके। विपक्ष ने यह हंगामा राज्य की बिगड़ती कानून व्यवस्था पर किया है। बता दें कि सोंमवार (15 मई) से नई विधानसभा का सत्र प्रारंभ हुआ है। सत्र का पहली बार डीडी पर लाइव प्रसारण किया गया। यह हंगामा तब हुआ जब उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक राज्य विधान मण्डल के संयुक्त सत्र को सम्बोधित कर रहे थे। विपक्षी पार्टी के विधायकों ने सीटियां बजाई, बैनर दिखाए और कागज के गोले फेंके। इतना ही नहीं, प्रदर्शन कर रहे विधायक मेज पर भी चढ़ गए।
पहली बार डीडी पर लाइव प्रसारण:
विधानसभा अध्यक्ष कार्यालय की ओर से रविवार को जारी विज्ञप्ति में बताया गया, ‘‘उत्तर प्रदेश की 17वीं विधानसभा के 15 मई को प्रारंभ होने वाले प्रथम सत्र से कार्यवाही का दूरदर्शन के माध्यम से सीधे प्रसारण का मुख्यमंत्री (योगी आदित्यनाथ) और विधानसभा अध्यक्ष (हृदय नारायण दीक्षित) द्वारा ऐतिहासिक निर्णय लिया गया है।’’ विज्ञप्ति में कहा गया कि विधानसभा की कार्यवाही के सीधे प्रसारण से जनता अपने प्रतिनिधियों की विधानसभा में गतिविधियों को देख सकेगी। पूर्व में भी कई बार विधानसभा की कार्यवाहियों के सीधे प्रसारण के विषय में चर्चा हो चुकी है परंतु इसे मूर्त रूप नहीं दिया जा सका।