लखनऊ! मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अगले माह से एक बार फिर प्रदेश के दौरे पर होंगे। माना जा रहा है कि यह दौरा जिलों का होगा। सरकार बनने के कुछ दिन बाद ही मुख्यमंत्री ने मंडलों का दौरा किया था। वह एक को छोड़ सभी मंडलों का दौरा कर चुके हैं। इन दौरों में उन्होंने कानून-व्यवस्था और विकास कार्यो की समीक्षा की थी।
सरकार की मंशा और एजेंडे के बारे में बताते हुए जरूरी निर्देश दिए थे। किसी बड़े अधिकारी के खिलाफ कोई बड़ी कार्रवाई नहीं की थी। तब सरकार के शुरुआती दिन थे। इस बार के दौरे के दौरान सरकार के करीब पांच माह हो चुके होंगे। वर्ष 2019 में लोकसभा के चुनाव भी हैं। ऐसे में इस दौरे में मुख्यमंत्री शासन स्तर से दिए जा रहे निर्देशों की जमीन हकीकत क्या है इसे देखेंगे और खराब प्रदर्शन वालों पर कार्रवाई भी कर सकते हैं।
थाना,ब्लाक और तहसीलों की कार्यप्रणाली से सीएम नाखुश-मुख्यमंत्री की ओर से इसके संकेत भी दिए जा चुके हैं। उनका मानना है कि जमीनी स्तर पर अभी बहुत कुछ किया जाना बाकी है। खास कर थाना, ब्लाक और तहसीलों को और जवाबदेह बनाने की जरूरत है। इन जगहों पर आने वाली समस्याओं का तुरंत या तय समय में अनिवार्य रूप से समाधान होना चाहिए।
समय-समय पर अधिकारियों को चेताने के बावजदू भी शासन स्तर पर आने वाली समस्याओं में बहुत कमी नहीं आई है। जिला स्तरीय दौरों में शासन के निर्देश के अनुपालन में कमी कहां है। इसकी वजहें क्या हैं और इसके लिए दोषी कौन है मुख्यमंत्री खुद इससे रूबरू होंगे। पूरी संभावना है कि संदेश देने के लिए इस बार अपेक्षित नतीजे न देने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई भी हो।