सूबे की राजधानी लखनऊ के किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) के शताब्दी अस्पताल में हरदोई निवासी महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना सामने आई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दो आरोपी अभी फरार हैं। जानकारी के अनुसार, हरदोई निवासी पीड़ित महिला अपने पति का इलाज कराने यहां आई थी। डॉक्टरों ने उसको डायलिसिस कराने की सलाह दी थी। पीड़िता बुधवार रात को केजीएमयू के शताब्दी अस्पताल में पति का डायलिसिस कराने के लिए गई थी। देर शाम को डायलिसिस होने के बाद वह पति और अपने लिए खाना लाने के लिए बाहर निकली। बताया जाता है कि उसके ऊपर लिफ्टमैन की काफी दिन से निगाह थी।
बुधवार की रात शिवकुमार नाम के लिफ्टमैन ने उसे रोक लिया और अस्पताल की कैंटीन से उसे खाना दिलाने का झांसा देकर तीसरी मंजिल पर लेकर गया। वहां पहले से दो लोग मौजूद थे। आरोप है कि तीनों उसे लिफ्टमैन के कमरे में लेकर गए, जहां उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। फिलहाल पुलिस फरार आरोपियों की तलाश कर रही है और मामले की जांच कर रही है।महिला का कहना है कि आरोपियों ने उसका मुंह दबाकर दुष्कर्म किया। इतना ही नहीं उन दरिंदों ने मुंह खोलने पर उसे जान से मारने की धमकी दी। किसी तरह दरिंदों के चंगुल से छूटी महिला ने पुलिस से शिकायत की। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने लिफ्टमैन को गिरफ्तार कर लिया है।चौक इंस्पेक्टर आईपी सिंह का कहना है कि महिला को मेडिकल जांच के लिए भेजा गया है और पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी है।
बता दें कि किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज उत्तर प्रदेश का वीआईपी अस्पताल है। इस अस्पताल में उत्तर प्रदेश ही नहीं दूसरे राज्यों से भी पेशेंट इलाज करवाने आते हैं। लेकिन इस अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था काफी लचर है। गैंगरेप का ये वाकया अस्पताल में सीसीटीवी कैमरे लगे होने के बावजूद हुआ है। इस तरह ये सवाल उठता है कि क्या सीसीटीवी फूटेज की मॉनिटरिंग होती है या फिर सिर्फ खानापूर्ति के लिए इसे अस्पताल में लगा दिया गया है। सीएम योगी आदित्य नाथ भी इस अस्पताल का दौरा कर चुके हैं।