लखनऊ! वित्त विहीन शिक्षक संघ और रोजगार सेवक संघ ने मंगलवार को विधानसभा घेराव की कोशिश की। उनकी ये कोशिश कामयाब नहीं हो पाई। पुलिस की बैरिकेटिंग के चलते प्रदर्शनकारियों को हजरतगंज में बने माध्यमिक शिक्षा निदेशालय से आगे बढ़ने नहीं दिया । इस दौरान पुलिस और उनकी बीच झड़प हो गई।झड़प के दौरान पुलिस ने कार्रवाई करते हुए हल्का बल प्रयोग किया। वहीं वित्त विहीन शिक्षक शिक्षक विधानसभा का घेराव करना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने एक न सुनी और सिविल अस्पताल के पास रोक दिया। उग्र प्रदर्शन को देखते हुए कुछ शिक्षकों को पुलिस ने हिरासत में लिया है।
प्रदर्शन से पहले क्या था आदेश
-एडीएम सिटी वीरेंद्र कुमार के मुताबिक, वित्त विहीन शिक्षकों और रोजगार सेवकों के प्रदर्शन को देखते हुए इन संघों के मेंबर को लखनऊ में एंट्री पर रोक लगा दी थी।
-ये भी आदेश दिया गया था कि अगर कोई शख्स लॉ एंड ऑर्डर को चुनौती देते पाया गया, तो उसके खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जाएगी।
वित्त विहीन शिक्षक संघ का पक्ष
-वित्त विहीन शिक्षक संघ के वाइस प्रेसिडेंट सोनेलाल वर्मा ने कहा कि, शासन स्तर पर उनकी कई मांगे पेंन्डिंग हैं। -शिक्षकों ने पहले भी कई बार वेतन बढ़ोत्तरी, प्रमोशन, हाउस अलाउंस की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था।शासन के अधिकारियों से बात होने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई।
रोजगार सेवक संघ का पक्ष
-रोजगार सेवक संघ के सेक्रेटरी अनूप यादव ने कहा कि रोजगार सेवकों को उचित मानदेय नहीं दिया जा रहा है। इसके चलते रोजगार सेवक नाराज है।
-सरकार के स्तर पर कई बार बात हुई,लेकिन किसी रोजगार सेवक की मांग को सरकार ने पूरा नहीं किया ।