लखनऊ: राजधानी के हसनगंज इलाके से लापता टैक्सी ड्राइवर का शव कोलकता में हुगली नदी में उतराता मिला है। टैक्सी ड्राइवर 23 सितंबर को कानपुर बुकिंग पर गया था जिसके बाद नहीं लौटा। परिजनों ने हसनगंज थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। टैक्सी बुक कराकर ले गए थे हत्यारे…
-जानकारी के अनुसार, इंदिरानगर के पानी गांव निवासी मोह मद इरफान के पुत्र 35 वर्षीय अकील अहमद उर्फ मोनू का निकाह हसनगंज के रामबगिया निवासी मोहमद हनीफ की पुत्री आफरीन उर्फ चंदा से हुआ था।
-मोनू अपनी ससुराल में ही रहकर टैक्सी चलाता था। परिजनों के मुताबिक, मोनू 23 सितंबर को कानपुर बुकिंग पर सवारियों को लेकर गया था जिसके बाद वापस नहीं लौटा। उसका मोबाइल फोन भी स्वीच ऑफ हो गया था। परिजन तमाम मोनू की खोज में तमाम प्रयास करते रहे, लेकिन उसका सुराग तक नहीं लगा।
-पीड़ितों ने हसनगंज थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। बुधवार को मोनू का शव कोलकता में हुगली नदी में उतराता मिला है। तलाशी के दौरान मिले दस्तावेजों के जरिए कोलकता पुलिस ने शव की शिनाख्त की थी।
-कोलकता पुलिस ने हसनगंज थाना प्रभारी से संपर्क कर मामले की सूचना दी थी। मोनू की मौत की सूचना पाकर गुरुवार शाम परिजन हसनगंज थाने पहुंच गए। इंस्पेक्टर हसनगंज पीके झा का कहना है थाने पर कोई हंगामा नहीं हुआ। मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।
क्या कहते हैं परिजन
-पीड़ित परिजनों ने बताया, उन्होंने हसनगंज थाना प्रभारी पीके झा से मोनू की हत्या की आशंका जाहिर की थी, लेकिन पुलिस ने महज गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर अपना पल्ला झाड़ लिया था।
-परिजनों का कहना है कि कई दिनों तक मोनू का सुराग न मिलने पर उन्होंने थाना प्रभारी से गुहार लगाई थी, लेकिन इंस्पेक्टर ने उन्हें यह कह कर फटकार दिया था कि उनके पास बस यही काम रह गया है क्या?
पत्नी और प्रेमियों पर जाहिर किया था शक
-परिजनों ने मोनू की पत्नी और उसके दो प्रेमियों पर अपहरण की आशंका जाहिर की थी। हसनगंज पुलिस ने मोनू की पत्नी और उसके प्रेमियों को थाने बुलाकर पूछताछ की थी। लेकिन तमाम जानकारियां हासिल करने के बाद भी हसनगंज पुलिस ने आरोपियों को क्लीन चिट दे दी थी।
-परिजनों का अारोप है कि पुलिसकर्मियों से मदद की गुहार लगाने पर भी कोई मदद नहीं मिला। अगर पुलिस समय रहते कार्रवाई की होती तो शायद मोनू की जान बच सकती थी।