लखनऊ: राजधानी को स्मार्ट सिटी बनाने का सपना देख रहे नगर निगम की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। आने वाली जनवरी में होने वाले स्वच्छता सर्वेक्षण के पहले ही लखनऊ की स्वच्छता रैंकिंग नीचे गिर गई है। फरवरी में होने वाली इन्वेस्टर्स समिट के कारण स्वच्छता अभियान पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिससे डायनेमिक रैंकिंग में राजधानी 2 रैंक नीचे आ गया है। इसके पहले यूपी में लखनऊ 13वें नंबर पर था, जबकि इस हफ्ते वह 15वें रैंक पर आ गया है।
नगर निगम के कर्मचारी नहीं दे पा रहे हैं ध्यान
-इस समय नगर निगम की पूरी टीम शहर में लगी प्रचार सामग्री, होर्डिंग, बैनर आदि हटाने में जुटी है। वजह फरवरी में होने वाली इन्वेस्टर्स समिट की तैयारियां है। जिसमें देश और विदेश से उद्योगपतियों को आमंत्रित किया गया है।
-इन्वेस्टर्स समिट की तैयारियों को लेकर इन दिनों जोनल अधिकारी से लेकर मुख्यालय स्तर के अधिकारी हर दिन इसी की समीक्षा कर रहे हैं।
-बताया जाता है कि नगर निगम का सारा फोकस इस समिट की तैयारियों पर है जिससे स्वच्छता रैंकिंग में राजधानी 2 रैंक नीचे आ गई है।
स्वच्छता एप्प पर तुरंत सॉल्व हो रही थी प्रॉब्लम्स
-स्वच्छता एप्प पर पिछले कुछ दिनों से नगर निगम की टीम काफी एक्टिव थी। स्वच्छता एप्प के माध्यम से डायनेमिक रैंकिंग की जा रही है। इसमें नगर निगम के अधिकारी एप्प पर मिल रही शिकायतों का त्वरित निस्तारण कर रहे थे। उसकी फोटो और वस्तुस्थिति की जानकारी भी एप्प पर डाउनलोड की जा रही थी।
-अधिकारियों की सक्रियता से 10 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों की रैंकिंग में लखनऊ 13वें स्थान पर आ गया था, लेकिन इस दौरान सर्वेक्षण पर ध्यान न देने से रैंकिंग 2 नंबर और पीछे खिसक गई।
ओवरऑल रैंकिंग में मिलेंगे 400 अंक
-स्वच्छता सर्वेक्षण में ओवरऑल रैंकिंग में 400 नंबर मिलने हैं। इसे पाने के लिए नगर निगम के अधिकारी बहुत ही सक्रियता से जुटे थे, लेकिन कुछ दिन से यह काम लगभग ठप हो चुका है।
-रैंकिंग में लखनऊ दो पायदान खिसककर 15वें स्थान पर पहुंच गया। कानपुर का प्रथम स्थान बरकरार है। बता दें, पिछली बार देश में स्वच्छता रैंकिंग में लखनऊ 269वें स्थान पर था। ऐसे में राजधानी को टॉप टेन शहरों में शामिल करने के लिए नगर निगम के अधिकारी पूरी ताकत से जुटे हुए हैं।
इन्वेस्टर्स समिट में पहली बार लगी होर्डिंग्स पर रोक
-इन्वेस्टर्स समिट में इसके पहले कभी होर्डिंग्स पर रोक नहीं लगी थी। सपा सरकार में आगरा में हुए इन्वेस्टर्स समिट में इस तरह की कोई रोक नहीं लगाई गई थी।
-ऐसे में राजधानी में फरवरी में होने वाली इन्वेस्टर्स समिट के पहले होर्डिंग्स को हटाए जाने की बात लोगों के समझ में नहीं आ रही है।
क्या कहते हैं नगर आयुक्त
-नगर आयुक्त उदयराज सिंह ने कहा, “स्वच्छता पर हमारा फोकस पहले से भी अधिक हो गया है। हम लखनऊ को टॉप रैंकिंग में लाने के काम में कोई लापरवाही नहीं बरत रहे हैं। इन्वेस्टर्स समिट की तैयारियों में हमारे काफी कर्मचारी जरूर लगे हैं, लेकिन इससे हम स्वच्छता अभियान में कोई असर नहीं आने देंगे।”