Lucknow
सपा प्रमुख अखिलेश यादव लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे. जब मीडियाकर्मियों ने उनसे राहुल गांधी के पीएम बनने को लेकर सवाल पूछा तो उन्होंने कहा, ‘यह लोकसभा चुनाव के बाद तय होगा कि कौन पीएम बनेगा, हालांकि हमारी दोस्ती बहुत अच्छी है.’ कॉन्फ्रेंस के दौरान वे राहुल गांधी से जुड़े सवालों पर ज्यादा कुछ नहीं बोला. उन्होंने कहा कि अभी इस विषय पर कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी. बता दें, कर्नाटक में चुनाव प्रचार के दौरान राहुल गांधी ने कहा था कि अगर कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनती है तो वे प्रधानमंत्री बन सकते हैं.
कर्नाटक चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पहली बार ये स्वीकार किया कि वे देश के प्रधानमंत्री बनने के लिए तैयार हैं. जब मीडियाकर्मियों ने उनसे पूछा कि अगर, 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर आती है तो क्या वे प्रधानमंत्री बनेंगे? इस पर राहुल गांधी ने जवाब दिया, ‘हां, बिल्कुल. क्यों नहीं’. राहुल गांधी ने ये भी दावा किया कि अगले साल होने वाले आम चुनावों में कांग्रेस ही जीत हासिल करेगी. साथ ही उन्होंने राजस्थान और छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर भी कांग्रेस की जीत का दावा किया. समृद्ध भारत फाउंडेशन की लॉन्चिंग के बाद मीडिया से बात करने के दौरान उन्होंने ये बातें कहीं.
सपा और बसपा गठबंधन के चलते CBI जांच का धौंस- अखिलेश
इस दौरान उन्होंने बसपा और मायावती को लेकर नरम रुख दिखाया. 21 चीनी मीलों के बेचे जाने के मामले की जांच CBI से कराने के योगी सरकार के फैसले को लेकर उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव नजदीक है, इसलिए ऐसे हथकंडे अपनाए जा रहे हैं. बीजेपी अब इसी तरह से सभी राजनीतिक दलों और नेताओं को परेशान करेगी. गठबंधन पर बात करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि चूंकि सपा और बसपा में गठजोड़ हो रहा है, इसलिए बीजेपी डर के मारे ये काम कर रही है.
उपचुनाव से पहले सभी राजनीतिक दल हमलावर हुए
बता दें, उत्तर प्रदेश में होने वाले उपचुनावों से पहले सभी राजनीतिक दल अपने-अपने तरीके से हमलावर हो गए हैं. इसी कड़ी में समाजवादी पार्टी अध्यक्ष ने प्रदेश में कानून व्यवस्था का मुद्दा उठाकर प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला. कानून व्यवस्था के मुद्दे पर उन्होंने योगी सरकार को घेरा. प्रेस कॉन्फ्रेंस में वे अपनी सरकार के कार्यकाल की उपलब्धियों को भी गिनाया. बता दें कैराना लोकसभा और नूरपुर विधानसभा के लिए 28 मई को मतदान होने वाला है. दोनों सीटों पर पहले बीजेपी का कब्जा था.