लखनऊ: शहर के ब्राइटलैंड स्कूल में जो बच्चा चाकू के हमले से घायल हुआ था। उसने गुरुवार को पुलिस को बयान दिया। लड़के के मुताबिक, उसको चाकू स्कूल की ही एक सीनियर स्टूडेंट ने मारा था। 7 साल के इस स्टूडेंट ने पुलिस को बताया- जब दीदी मुझे मार रहीं थीं, तब उन्होंने कहा था कि अगर तुम्हें मार देंगे तो स्कूल की छुट्टी हो जाएगी। प्रिंसिपल की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। मामले की जांच जारी है। सीएम योगी भी घायल बच्चे को देखने पहुंचे। दूसरी तरफ, जख्मी बच्चे की फैमिली ने स्कूल के सामने नारेबाजी की। लखनऊ SSP दीपक कुमार ने कहा, “घायल बच्चे की स्थिर है।
-आरोपी लड़की को कोर्ट ने बाराबंकी के बाल सुधार गृह भेज दिया है। छात्रा के वकील शुक्रवार को जुवेनाइल बोर्ड एप्लीकेशन पेश करेंगे। ब्राइटलैंड स्कूल के प्रिंसिपल रचित मानस को जमानत मिल गई है। स्कूल प्रशासन ने दो दिनों के लिए स्कूल बंद कर दिया है।
30 सीसीटीवी में नहीं दिखी छात्रा
– पुलिस ने उस छात्रा की पहचान कर ली है जिसने छात्र पर हमला किया था। स्कूल में 30 सीसीटीवी कैमरे हैं। हालांकि, यह सीनियर स्टूडेंट उनमें नजर नहीं आई।
– जिस छात्रा पर हमला करने का आरोप है वो 6 महीने पहले घर से भाग चुकी है। ये बात जांच में पता चली। पुलिस ने उससे पूछताछ की है।
क्या कहना है पुलिस का?
-एसपी टीजी हरेंद्र कुमार ने कहा- केस दर्ज कर लिया गया है। बच्चे के बयान लिए गए हैं। जल्द ही मामले में खुलासा होगा।
क्या है मामला
– बुधवार को ब्राइटलैंड स्कूल में क्लास फर्स्ट का 7 साल का बच्चा घायल हालत में मिला। बच्चे पर धारदार हथियार हमले किया गया था। बाद में उसे बाथरूम में बंद किया गया। बाथरूम बच्चे की क्लास से 200 मीटर दूर है। घटना का पता तब चला, जब प्रेयर के लिए डिस्पलिन हेड बच्चों को कॉल करने पहुंचे। बाथरूम के पास से गुजरते वक्त दरवाजा पीटने की आवाज आई। स्कूल के डिसिप्लिन हेड अमित सिंह ने बताया, “दरवाजा खोलने पर बच्चा खून से लथपथ मिला। उसके मुंह में लाल रंग का कपड़ा ठूंसा गया था। बच्चे को किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में भर्ती कराया गया।”
बच्चे का बड़ा भाई भी 6 महीने से स्कूल नहीं गया
– घायल बच्चे का बड़ा भाई भी इसी स्कूल में पढ़ता है। पिता ने कहा, “मेरा बड़ा बेटा छह महीने से स्कूल नहीं जा रहा। वह कहता है इस स्कूल नहीं जाऊंगा।”
क्या हालत है घायल बच्चे की?
– ट्रामा सेंटर के इंचार्ज प्रो. संदीप तिवारी का कहना है- “बच्चे के शरीर पर धारदार हथियार से चोट के निशान हैं। उसको कई टांके लगाए गए हैं। दो दिन तक बच्चे को मॉनिटरिंग में रखा जाएगा।