गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश) के मदरसे में 11 वर्षीय छात्रा के साथ हुए बलात्कार के विरोध में कैंडल मार्च निकालकर दिल्ली भाजपा लोगों के निशाने पर आ गई है। बता दें कि बलात्कार की इस घटना के विरोध में दिल्ली भाजपा के नेताओं, जैसे मनोज तिवारी, महेश गिरी आदि ने सैंकड़ों लोगों के साथ मिलकर कल शाम इंडिया गेट पर कैंडल मार्च निकाला, जिसे लेकर सोशल मीडिया यूजर्स ने भाजपा की ही आलोचना शुरु कर दी। यूजर्स ने कहा कि दिल्ली भाजपा अपने ही सरकार के खिलाफ कैंडल मार्च निकाल रही है। वहीं कुछ लोगों ने दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाने की वकालत कर डाली। कुछ लोगों ने भाजपा की आलोचना करते हुए पार्टी पर बलात्कार जैसे मुद्दों पर राजनीति करने का आरोप लगाया।
क्या है मामलाः बता दें कि बीते सप्ताह पूर्वी दिल्ली के गाजीपुर में रहने वाली एक 11 वर्षीय छात्रा अचानक लापता हो गई थी। इसके बाद छात्रा के परिजनों ने इसकी शिकायत पुलिस में की। पुलिस ने जांच के बाद रविवार को पीड़िता को गाजियाबाद के साहिबाबाद में एक मदरसे से मुक्त कराया था। पूछताछ में पीड़िता ने बताया कि एक 17 वर्षीय लड़का उसे यहां लेकर आया था और उसके साथ बलात्कार किया। मेडिकल में भी बलात्कार की पुष्टि हो गई है। फिलहाल पुलिस ने आरोपी लड़को को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं पीड़िता के परिजन मदरसे के मौलवी की गिरफ्तारी की भी मांग कर रहे हैं। हालांकि अभी तक पुलिस ने मौलवी को गिरफ्तार नहीं किया है। इसी मामले को लेकर दिल्ली भाजपा ने कल शाम इंडिया गेट पर कैंडल मार्च निकाला था। खबर मिली है कि अब उत्तर प्रदेश क्राइम ब्रांच की टीम इस मामले की जांच करेगी।
उल्लेखनीय है कि बीती जनवरी माह में जम्मू के कठुआ इलाके में भी एक मासूम की गैंगरेप के बाद हत्या कर दी गई थी। पीड़िता की हत्या और गैंगरेप के मामले की चार्जशीट दाखिल की गई थी, जिसके बाद यह मामला मीडिया की सुर्खियां बन गया था। पूरे देश में इस मामले पर लोगों का गुस्सा दिखाई दिया था। तब भी मासूम के बलात्कार और हत्या के विरोध में इंडिया गेट पर कैंडल मार्च निकाला गया था, जिसमें हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए थे।