Friday, November 22, 2024
featuredउत्तर प्रदेशमऊलखनऊ

मऊ जिले में एक ही आधार कार्ड पर सैकड़ों राशन कार्डों पर राशन वितरण करवा रहे मऊ जिलापूर्ती अधिकारी।

SI News Today

Mau District Supply Officer, who is distributing ration on hundreds of ration cards to single Aadhaar card in Mau district.

         

उत्तर प्रदेश का मऊ जिला खद्यान्न गड़बड़ी के लिए पिछले कई महीनों से लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। कभी बिना सत्यापन के यूनिट में कटौती और कभी 6 कार्डों पर 268 यूनिटों का बढ जाना एक आम घटनाक्रम हो गया है। आपको बता दें की मऊ जिलापूर्ती कार्यकाल में तैनात अधिकारी व कर्मचारियों पर जिले के परदहां वार्ड नं-06 से भाजपा सभासद दिनेश कुमार सिंह द्वारा सबूतों के बल पर भ्रष्टाचार के कई गंभीर आरोप पूर्व में ही लगाए गए हैं। दिनेश कुमार सिंह के अनुसार उन्होंने जिलापूर्ती कार्यालय में हो रहे भ्रष्टाचार के बारे में प्रधानमंत्री कार्यालय से लेकर उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, खाद्य एवम रसद मंत्री अतुल गर्ग समेत विभाग के हर अधिकारियों को पत्र और सबूतों के माध्यम से सूचित किया लेकिन किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही अब तक प्रकाश में नही आई है।

शिकायतकर्ता दिनेश कुमार सिंह के अनुसार मऊ जिलापूर्ती कार्यालय में हो रहे भ्रष्टाचार में पूर्ति निरीक्षक हर्षिता राय एवँ लिपिक धीरज कुमार अग्रवाल तथा जिलापूर्ति अधिकारी के अंतर्गत काम करने वाले प्राइवेट कर्मचारी अजीत सिंह एवं चपरासी नारायण यादव पूरी तरह से लिप्त हैं व इनको मऊ जिलापूर्ती अधिकारी नरेंद्र तिवारी का संरक्षण बखूबी प्राप्त है या कहा जाए तो इस भ्रष्टाचार का खेल इन्ही के इशारों पर होता है। अब मऊ जिले में शिकायतकर्ताओं द्वारा यूनिट और कार्ड में हेराफेरी की शिकायत की जा रही थी लेकिन अब जिलापूर्ती अधिकारी द्वारा किये जा रहे भ्रष्टाचार के खेल का एक नया अध्याय सामने आया है जिसमे उनके अंतर्गत काम करने वाले कर्मचारियों द्वारा एक ही आधार कार्ड संख्या पर सैकड़ों राशनकार्ड पर राशन वितरण की खबर सामने आ रही है।

हमारे द्वारा पड़ताल करने पर कुछ राशन की दुकानों के नाम सामने आए हैं जिनमे एक ही आधार संख्या पर सैकड़ों कार्ड चढा कर सरकार के राजस्व को चूना लगाया जा रहा है दुकानदार इसरावती की दुकान पर एक आधार कार्ड संख्या० पर 138 राशन कार्ड पर राशन वितरित है, कमलेश कुमार सैनी की दुकान पर 216 कार्ड पर, ज्ञानती देवी की दुकान पर 86, डी०सी०एफ० मुत्फ़कतापुरा की दुकान पर 173,दरबारी की दुकान पर 406 कार्ड और सरकारी ग्रामीण बैंक मुगलपुरा नामक दुकान पर 85 कार्डों पर राशन वितरण किया गया है। यह तो मात्र कुछ ही दुकानों के नाम हमारे द्वारा प्रकाशित है अन्य दुकानों के लिए आप संलग्न सूची देख सकते हैं।

                       

आपको यह जानकर हैरानी होगी कि इस तरह का भ्रष्टाचार प्रदेश के लगभग 43 जिलों में व्याप्त है जिसमे करीब दो हजार राशन दुकानों के जरिये 1.86 लाख से भी अधिक परिवारों का करीब 12 करोड़ रुपये के राशन की चोरी का पता लगा है और वहीं आयुक्त खाद्य एवं रसद विभाग जवाहर भवन लखनऊ द्वारा एक पत्रांक जारी कर आधार ऑथेंटिकेशन सुविधा का दुरूपयोग करने वालों के विरुद्ध विधिक कारवाही करने का निर्देश जिले के जिलापूर्ती अधिकारियों को दिया गया है।

Read here – आयुक्त खाद्य एवं रसद विभाग जवाहर भवन लखनऊ पत्रांक

आयुक्त खाद्य एवं रसद द्वारा जिलापूर्ती अधिकारियों से दोषी कंप्यूटर ऑपरेटरों और कोटेदारों पर कार्यवाही करने की बात की गई है। लेकिन इतने बड़े पैमाने पर हुआ भ्रष्टाचार जिले के बड़े अधिकारियों के संरक्षण के बिना होना नामुमकिन लगता है। यदि बात मऊ जिले कि की जाए तो सूत्रों के अनुसार यह स्पष्ट है कि आधार फीडिंग का कार्य जिलापूर्ती अधिकारी के अंतर्गत एक प्राइवेट कर्मचारी अजित सिंह द्वारा करवाया जाता है। आपको बता दें जिलापूर्ति अधिकारी नरेंद्र तिवारी इससे पहले गाजीपुर में जिलापूर्ति निरीक्षक के पद पर आसीन रह चुके हैं तथा इनके द्वारा गाजीपुर से ही अजीत सिंह प्राइवेट कर्मचारी को बुला कर कार्यालय में भ्रष्टाचार करवाया जा रहा है। और अब आयुक्त खाद्य रसद द्वारा जारी पत्रांक में जिलापूर्ती अधिकारियों से ही इस भ्रष्टाचार की जांच की बात कही गयी है, वहीं दूसरी तरफ मऊ जिलापूर्ति अधिकारी शिकायतकर्ताओं के अनुसार खुद ही भ्रष्टाचार के आरोपों के घेरे में कैद हैं, अब इनके द्वारा खुद की ही जांच कितनी न्याय संगत होगी यह तो आने वाला समय ही बताएगा।

ये भी पढ़ें-  घोटालेबाजों के हिमायती मऊ जिलापूर्ति अधिकारी का सफेद झूठ

SI News Today

Leave a Reply