बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार पर निशाना साधा। मायावती ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाली प्रदेश सरकार के एक साल के कार्यकाल को प्रदेश पर धब्बा बताया। बीएसपी सुप्रीमो ने यह भी कहा कि योगी सरकार को उपचुनाव में हार के बाद प्रदेश से जवाब मिल चुका है।
मायावती ने योगी सरकार के एक साल के कार्यकाल को ‘एक साल, बुरी मिसाल’ की संज्ञा देते हुए कहा कि इसी वजह से गोरखपुर और फूलपुर की जनता ने उन्हें सबक सिखा दिया है। योगी सरकार के एक साल के शासनकाल का आकलन करते हुए माया ने कहा कि जनता ने उन्हें जीरो अंक दिया है।
आज मायावती ने प्रदेश सरकार के कार्यकाल का एक साल पूरा होने पर कहा कि इसका प्रदेश पर बुरा असर पड़ा है। उन्होंने कहा, ‘योगी सरकार का एक साल प्रदेश पर धब्बे की तरह है। यही वजह है कि उन्हें फूलपुर और गोरखपुर उपचुनाव में वैसा ही जवाब मिला है।’ इसके अलावा अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए भी बीजेपी को कमजोर बताते हुए मायावती ने सरकार को आत्मनिरीक्षण करने की सलाह दी।
मायावती ने कहा, ‘राज्य की जनता बीजेपी सरकार को लेकर अपनी नाराजगी समय-समय पर जाहिर करती रही है। अगले लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी बुरी स्थिति में होगी।’ उन्होंने बीजेपी को उपचुनावों की हार पर मंथन करने की सलाह देते हुए कहा, ‘बीजेपी को सरकार का एक साल पूरा होने का जश्न मनाने के बजाय गंभीरता से अपनी हार पर निरीक्षण करना चाहिए। यही मेरी उन्हें सलाह है।’
मायावती ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘प्रदेश की आम जनता से घोर वादाखिलाफी, उसे केवल लच्छेदार बातों में फुसलाने व धार्मिक उन्माद में बहकाने की भूल करने का ही नतीजा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपनी परंपरागत लोकसभा सीट भी गंवानी पड़ी है। इससे पहले शहरी निकाय के चुनाव में भी वह अपने मठ की सीट पर चुनाव हार गए थे।’
बीएसपी सुप्रीमो ने सीएम योगी को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा, ‘योगी सरकार द्वारा एक वर्ष के भीतर सर्वसमाज के गरीबों, मजदूरों, बेरोजगारों व आम जनता के हित पर ध्यान केंद्रित करने के बजाए कर्मकांड व पूजापाठ में ही ज्यादा समय लगाते रहे हैं जबकि जनता के हित के लिए सही नीयत और निष्ठा से काम करना ही असली पूजा व सच्चा राजधर्म है।